आजमगढ़:पुलिस को मिली सफलता, सगी बहन की हत्या करने वाले आरोपी भाई को 8 घंटे के अंदर पुलिस ने पकड़ा,भेजा जेल
रिपोर्ट:आफताब आलम
आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र में बीती रात एक भाई ने बहन की कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी। मामले में रौनापार थाने की पुलिस ने 8 घंटे के अंदर ही फरार आरोपी और मृतक के भाई को गिरफ्तार कर लिया। रौनापार थाना प्रभारी निरीक्षक राम प्रसाद बिंद को बड़ी कामयाबी मिली 8 घंटे के अंदर हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। स्थानीय थाना क्षेत्र के रामनगर कुकरौछी गांव में भाई प्रमोद यादव ने शनिवार की रात बहन सिद्धू उर्फ आलू (22 वर्ष) की कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दिया,घटना का कारण मोबाइल से बात करना रहा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए पिता की तहरीर पर हत्यारे भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। वहीं हत्यारे भाई को थाना प्रभारी निरीक्षक राम प्रसाद बिंद ने दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।मृतका सिद्धू के पिता रामकुमार यादव पुत्र त्रिलोकी यादव पुलिस को दी तहरीर में बताया कि मेरी बेटी सिद्धू चोरी-छिपे किसी से बात करती थी,कई बार मना किया गया नहीं मानती थी,इसी बात को लेकर मेरे लड़को प्रमोद यादव ने बेटी सिद्धू से 27 मई को रात करीब 8:30 बजे पूछ रहा था कि किस से बात करती हो। इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई,जिसमें मेरे लड़के प्रमोद ने मेरी लड़की सिद्धू के सिर पर कुल्हाड़ी मार दिया।जिससे उसकी मौत हो गई। पिता की तहरीर पर पुलिस ने हत्यारे भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी राम प्रसाद बिंद ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया। हत्यारे भाई प्रमोद का कहना है कि बहन सिद्धू को कई बार मना किया लेकिन वह नहीं मानती थी।गुस्से में आकर उसे मार दिया। उसने बताया कि हम चंडीगढ़ रहते थे। 27 तारीख को बहन के लिए लड़का देखने गोरखपुर आया था। शादी तय करने वाला था। घर आया तो वह मोबाइल से किसी से बात कर रही थी। पूछने पर बहस करने लगी। इसलिए गुस्सा आया और यह घटना हो गई। इस संबंध में एसपी यातायात संजय कुमार ने बताया कि हत्या के इस मामले में आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। प्रमोद चार भाई विनोद, प्रमोद, अरविंद और प्रवीण हैं। इसके अलावा उसकी दो बहने भी है। जिसमें बड़ी बहन बिंदू की शादी हो चुकी है। पिता घर पर रहते हैं और माता पहले ही मर चुकी है। पुलिस 8 घंटे के अंदर मृतक के भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।