झोपड़ी में सो रहे दो मासुम सगे भाई-बहन जलकर खाक, मोरवा थाने क्षेत्र के ग्राम बड़गड़ के पियरा खलिहान सहित झोपड़ी में अचानक भड़की आग से हुआ हादसा
Two innocent brothers and sisters sleeping in the hut Jalkar Khak, village Bargar of Morwa police station area of Piera Khalihan, a sudden fire broke out in the hut.
ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। सोमवार को मोरवा थाना क्षेत्रांगर्त ग्राम बड़गड़ में पियरा के खलिहान एवं उसके समीप की झोपड़ी में दोपहर करीब 1:00 बजे अचानक आग भड़कने से झोपड़ी में सो रहे 10 माह की मासुम बच्ची एवं 3 वर्षीय मासुम दोनो सगे भाई- बहन जलकर खाक हो गए।घटना की सूचना मिलने के बाद मोरवा थाना प्रभारी कपूर त्रिपाठी मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जूट गये लेकिन तब तक दोनो मासूम सगे भाई-बहनो की मौत हो गई थी।प्राप्त जानकारी के अनुसार दौली पुत्री सिपाहीलाल सिंह गोड़ उम्र 10 माह, बाबूलाल पिता सिपाहीलाल सिंह गोड़ उम्र 03 वर्ष निवासी ग्राम बड़गड़ खलिहान में रखी पियरा एवं बनाए झोपड़ी में आग लगने से झोपड़ी में सो रहे बच्चे की आग कि चपेट में आने से दोनों की मौके पर मृत्यु हो गई। दिन में करीबन 1:00 बजे सिपाहीलाल सिंह गोड के खलिहान में आग लगते देख लोग हल्ला गोहार करते खलिहान के पास पहुंचकर आग बुझाने के प्रयास में लग गए तब तक पता चला की सिपाही लाल के लड़का बाबूलाल एवं बेटी दौली झोपड़ी में ही सो रही है। तब किसी तरह आग बुझाने का प्रयास करते रहे तब तक दोनो बच्चे पूरी तरह जल चुके थे जिनकी मृत्यु हो गई थी। तथा खहिलान में रखा कोदौ, धान व सामा का पियरा भी जलकर नष्ट हो गया है। मौके पर मोरवा पुलिस पहुंचकर मर्ग कायम कर धारा 194 बीएनएसस कायम कार जॉच पंचनामा तैयार मामले की विवेचना की जा रही है। बताया गया है कि मृतक के परिजन को अंत्योष्टि के लिए 10 हजार रुपये आर्थिक सहायता के रूप् में तत्काल दिया गया। वही 4-4 लाख मृतक के पिता के एकाउंट में जाएगा। फिलहाल आग कैसे लगी इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं लग पाई।जिले के आल अधिकारी मौके पर:- मोरवा थाना क्षेत्र के ग्राम बड़गड़ में हृदय विदारक घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर अपर कलेक्टर सिंगरौली पी के सेन गुप्ता, एसडीएम चितरंगी सुरेश जादव, तहसीलदार दुधमनिया दीपेंद्र तिवारी मोरवा थाना प्रभारी कपूर त्रिपाठी सरपंच बगैया दारोगा सिंह सरपंच बड़गड़ समयलाल सिंह राजस्व टीम पहुंच गई, जिन्होंने परिजनों को ढाढस बांधते हुए उन्हें सहायता राशि प्रदान की, वही भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुर्नवृत्ति नहीं हो इस बारे में गहन चर्चा भी की।