सफला एकादशी 26 दिसंबर गुरुवार को

 

विनय मिश्र, जिला संवाददाता।

देवरिया।

आचार्य अनिल मिश्रा ने बताया कि सफला एकादशी व्रत का मान सभी के लिए २६ दिसम्बर २०२४ गुरुवार को होगा। इस एकादशी में भगवान को नैवेद्य में बेर, बिजौर , जंबीरी, नारियल , अनार का भोग अर्पित कर पूजा करने से पुण्यफल की प्राप्ति होती है।

पुत्र की कामना से किया जाने वाला शनि प्रदोष एवं तेरस व्रत का मान २८ दिसम्बर २०२४ शनिवार को होगा।

मासशिवरात्रि व्रत का मान २९ दिसम्बर २०२४ रविवार को होगा। आज ही भगवान भास्कर दिन में ८:२९ बजे पूर्वाषाढ़ नक्षत्र में प्रवेश करेंगें ।

स्नान- दान एवं श्राद्ध सहित अमावस्या तथा सोमवती अमावस्या का पर्वयोग ३० दिसम्बर २०२४ को मिल रहा है। सोमवती अमावश्या में पीपल (अश्वत्थ) वृक्ष में भगवान विष्णु का निवास मानते हुए सौभाग्यवती स्त्रियां विधिवत् पूजन करतीं है तथा विहित —

“अश्वत्थमूले प्रणिधाय विष्णुं

सम्पूज्य सम्यग्वविधोपचारै:।

प्रदक्षिणाभीष्ट फलादि द्रव्यै:

स्त्रिर्भिविधेया पति सौख्य वृद्ध्यै:।।”

का उच्चारण करते हुए पीपल वृक्ष की १०८ परिक्रमा करतीं हैं। इससे सुख सौभाग्य की वृद्धि होती है। आज से भयंकर सर्दी पड़ने का सिलसिला प्रारम्भ हो जायेगा।

१ जनवरी २०२५ बुधवार को उत्तराषाढ़ नक्षत्र मकर राशि का चन्द्रदर्शन बाजार में फल, दूध, छेना, सब्जी का भाव सस्ता रहेगा तथा सुगमता से प्राप्त होगा ।

पौष का महीना एवं घने कोहरे का पाला का सम्बन्ध प्राकृतिक है। पूरा उत्तर भारत इसकी चपेट में आ जायेगा एवं सर्दी भयंकर पड़ेगी।

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