भिवानी में दलित छात्रा की आत्महत्या के मामले की जांच सीबीआई करे : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

[ad_1]

रोहतक, 6 जनवरी (आईएएनएस)। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भिवानी जिले के लोहारू स्थित एक कॉलेज में दलित छात्रा द्वारा आत्महत्या करने के मामले में सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दोषी सामने आ सके और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के लिए कोई ठोस काम नहीं किया है, जिससे अब दिल्ली की जनता कांग्रेस की ओर देख रही है।

अपने ट्विटर अकाउंट के हैक होने के मामले पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है और ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाएं देश में बढ़ रही हैं।

किसान आंदोलन को लेकर भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि डल्लेवाल की हालत गंभीर है और किसान नेता मौत के कगार पर हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह किसानों से बातचीत कर इसका समाधान निकाले।

प्रदेश की मौजूदा सरकार पर कटाक्ष करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह सरकार प्रदेश का कर्ज बढ़ाने के अलावा कोई नया काम नहीं कर रही है।

उन्होंने कहा कि किसानों को हरियाणा सरकार ने ट्रैक्टर से आने पर रोक लगा दी है, और जब पूछा गया कि क्यों, तो कहा गया कि इससे अनुशासन बिगड़ेगा। लेकिन, यह प्रजातंत्र है और सभी को अपने अधिकारों का प्रयोग करने का हक है। सरकार को जल्द से जल्द उनसे बातचीत शुरू करनी चाहिए और इसका समाधान ढूंढना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि वहीं बीजेपी सरकार का कहना है कि हरियाणा में 24 फसलों के लिए एमएसपी का कानून लागू किया गया है, लेकिन, ये फसलें अभी तक पैदा नहीं हुई हैं और एमएसपी की कीमतें भी किसानों को नहीं मिली हैं। किसान मजबूरी में अपनी फसलें कम कीमतों पर बेच रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि के नए कानूनों को लेकर जो प्रारूप तैयार किया है, उसका भी अभी पूरी तरह से लागू होना बाकी है।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कुछ टिप्पणी की थी कि ऑनलाइन ठगी और अन्य अपराध बढ़ रहे हैं। ऐसे मामलों में सीबीआई या हाई कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा जांच की जरूरत हो सकती है, ताकि दोषियों को सजा मिल सके।

उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा, हरियाणा में आर्थिक तंगी, शिक्षा योजनाओं में घोटाले और मुख्यमंत्री के खिलाफ उठ रहे सवालों की जांच की जरूरत है। यदि कोई दोषी है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए। इसके अलावा, कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं, लेकिन असल मुद्दा यह है कि किसान, बेरोजगारी, और सरकार के वादों का क्या हुआ? चुनावी मुद्दों से ज्यादा लोगों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।

–आईएएनएस

एसएचके/जीकेटी

[ad_2]

Disclaimer : ऑटो फ़ीड्स द्वारा यह न्यूज़/समाचार स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। hindektatimes.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन इस न्यूज़/समाचार में नहीं किया गया है। इस न्यूज़/समाचार की एवं इसमें उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की हैद्य न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है।
इनपुट. आईएएनएस के साथ

Related Articles

Back to top button