श्री विष्णु महायज्ञ के पांचवें दिन श्री राम कथा मे नवधा भक्ति। प्रोफेसर शरदचंद मिश्र प्राचार्य।
विनय मिश्र ,जिला संवाददाता।
भलुअनी, देवरिया। प्राचीन शिव मंदिर वीरपुर मिश्र में चल रहे श्री विष्णु महायज्ञ के पांचवें दिन गोरखपुर के परासिया मिश्र से पधारे हुए कथा व्यास प्रोफेसर शरद चंद्र मिश्र ने नवधा भक्ति पर चर्चा किया उन्होंने कहा कि तुलसी बाबा ने नवधा भक्ति पर नव, भक्ति में सबसे सरल एवं सहज भक्ति का उपदेश देते हुए कहा कि प्रथम भगत संतान कर संगा।
दूसरी रति मम कथा प्रसंगा।।
बाबा तुलसी प्रथम भक्ति को सर्वोत्तम मानते हुए कहा कि संतों के साथ सत्संग करना बड़ा ही सरल है इस भक्ति के माध्यम से परमात्मा को सरलता के साथ पाया जा सकता है क्योंकि संत ही भगवत की चर्चा करते हैं जहां राम की चर्चा होती है वहां काम की चर्चा नहीं होती आगे श्री मिश्र ने कहा कि राम कथा शशि किरण समाना संत चकोर करहि जेहि पाना।। राम कथा एवं सत्संग के माध्यम से जीव का कल्याण होता है जीवन में बिना भक्ति के मुक्ति संभव नहीं है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि अपने जीवन को सफल बनाने के लिए सत्संग करें संत सत्संग करते रहते हैं गृहस्त उसका पान करते हैं, जिससे मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है। कथा के दौरान पंडित माधव मिश्रा, संदीप मिश्रा, लोलार्क मिश्र, उमेश मिश्रा, सुनील मद्धेशिया, अरविंद मद्धेशिया, भीम मद्धेशिया, बृजमोहन मद्धेशिया, मदन मद्धेशिया, ग्राम प्रधान लाल बाबू मद्धेशिया, हरिओम शरण जी महाराज सहित क्षेत्रीय श्रद्धालु भक्तजन काफी संख्या में उपस्थित रहे।