आजमगढ़:एक साथ उठी मां-बेटे की अर्थी,आंसुओं से सराबोर हुईं आंखें

रिपोर्ट:चंदन शर्मा

 

आजमगढ़। बेटे की मौत सामने देख मां ने भी दम तोड़ दिया। एक साथ उठी मां-बेटे की अर्थी देख हर आंखों में आंसू नजर आया। पूरे क्षेत्र गमगीन हो गया। मां-बेटे का अंतिम संस्कार एक ही शमशान घाट पर किया गया। यह दृश्य देख वहां के लोगों की आंखें नम हो गई।

 

 

 

 

मंगलवार को रानी की सराय कस्बा निवासी राजकुमार मोदनवाल 58 वर्ष की निजामाबाद मोड़ पर मिठाई की दुकान है। सोमवार की रात वह भोजन कर सो गये। मंगलवार की सुबह जब बच्चों ने जगाया तो वह नहीं उठे, बच्चे यह जान कर छोड़ दिये कि सुबह मौसम थोडा ठंडा है सो रहे होंगे। काफी समय बीतने के बाद जब परिजन जगाने गये तो पता चला उनकी मौत हो चुकी है। मौत की खबर पर परिजनों मे कोहराम मच गया। घर के दुकान वाले हिस्से में सभी के साथ मां सुभागी 75 वर्ष भी बेटे के गम में रो रही थी तभी अचानक उनकी भी हालत बिगड़ गई। परिजन उन्हें चिकित्सक के यहां ले गये जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

 

 

 

 

एक ही परिवार में एक साथ दो मौत से पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया। जब एक साथ दोनों शवों की अर्थी निकली तो हर लोगों की आंखों में आंसू भर आया।

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