आतिशी के खिलाफ स्वाति मालीवाल ने खोला मोर्चा तो दिलीप पांडे बोले, ‘राज्यसभा में आप की सांसद हैं और स्क्रिप्ट भाजपा की पढ़ती हैं’

When Swati Maliwal opened a front against Atishi, Dilip Pandey said, 'She is an AAP MP in Rajya Sabha and reads BJP's script'

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से सर्वसम्मति से आतिशी का नाम मुख्यमंत्री के लिए सामने आने के बाद इस पर विपक्षी पार्टियों और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। आतिशी के नाम को लेकर सभी ने ऐतराज जताया है और कहा है कि यह एक गलत फैसला है और दिल्ली वालों के साथ छल किया जा रहा है।

 

दरअसल, आप से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आतिशी का नाम दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर आगे आने के बाद निराशा व्यक्त की। आप सांसद स्वाति मालीवाल द्वारा आतिशी के माता-पिता पर अफ़ज़ल गुरु को बचाने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखने के आरोपों पर आप नेता दिलीप पांडे ने तल्ख लहजे में प्रतिक्रिया दी है।

आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि स्वाति मालीवाल राज्यसभा आप से सांसद बनकर जाती हैं, लेकिन भाजपा की स्क्रिप्ट पढ़ती हैं। उन्हें अब भाजपा से राज्यसभा का टिकट लेने की कोशिश करनी चाहिए। अगर जरा सी भी शर्म और नैतिकता बची है तो वह इस्तीफा दें।

दरअसल, आप सांसद स्वाति ने ट्वीट किया था कि आतिशी के माता-पिता ने अफ़जल गुरु की फांसी का विरोध किया था और राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी थी।

आतिशी को लेकर स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, “दिल्ली के लिए आज बहुत दुखद दिन है। आज दिल्ली की मुख्यमंत्री एक ऐसी महिला को बनाया जा रहा है, जिनके परिवार ने आतंकवादी अफ़ज़ल गुरु को फांसी से बचाने की लंबी लड़ाई लड़ी। उनके माता-पिता ने आतंकी अफ़ज़ल गुरु को बचाने के लिए माननीय राष्ट्रपति को दया याचिकाएं लिखी। उनके हिसाब से अफ़ज़ल गुरु निर्दोष था और उसको राजनीतिक साज़िश के तहत फंसाया गया था। वैसे तो आतिशी सिर्फ़ ‘डमी सीएम’ हैं, फिर भी ये मुद्दा देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। भगवान दिल्ली की रक्षा करें।”

स्वाति मालीवाल के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इसका समर्थन करते हुए आतिशी के नाम को हटाने की बात की।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी के कई पार्षद और विधायक भी आतिशी के नाम से नाखुश हैं। लेकिन, अरविंद केजरीवाल के सामने बोलने की किसी में हिम्मत नहीं है। कुछ और नेताओं ने भी सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.

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