धूमधाम से मनाई गई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती।
रिपोर्ट:चन्द्रेश यादव
बता दे कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर बुधवार को सरकारी कार्यालय स्कूल-कालेजों और विभिन्न संस्थानों में ध्वजारोहण और पुष्पांजलि के साथ महापुरुषों को नमन किया गया। इस दौरान जगह-जगह कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसके क्रम सर्वप्रथम पटेल चौक स्थित जगत खादी ग्राम उद्योग द्वारा वरिष्ठ नागरिक शिव मूर्ति सिंह द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया तत्पश्चात उनके विचारों को लोगों ने सुना ।इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया, राजा जय लाल सिंह सौ सैया संयुक्त चिकित्सालय, ब्लॉक मुख्यालय ,विद्युत उपकेंद्र, पटेल मेमोरियल इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज,थाना परिसर व प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में ध्वजारोहण कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया। वही पूरे देशभर में आज धूमधाम से गांधी जयंती मनाई जा रही है। श्री जगत खादी ग्राम उद्योग पटेल चौक पर संबोधित करते हुए हरिराम बागी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।
वैसे तो महात्मा गांधी का संबंध देश की कई सारी जगहों से रहा है। देश और विदेश में ऐसी कई जगहें हैं जहां महात्मा गांधी का अहम जुड़ाव रहा है। ऐसी ही एक जगह है मोक्ष नगरी काशी. वाराणसी से महात्मा गांधी का गहरा संबंध रहा है। जब देश में असहयोग आंदोलन चल रहा था उस वक्त वाराणसी में गांधी ने 1921 में काशी विद्यापीठ की आधारशिला रखी थी, जिसका उद्देश्य छात्रों को शिक्षित करने के साथ ही उनमें राष्ट्रीय भावना जागृत करना था। 1995 में यह विद्यापीठ गांधी जी को समर्पित कर दिया गया और इसका नाम महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ रखा गया। इसी क्रम में गांधी जयंती के अवसर पर स्वच्छता अभियान अभियान भी चलाया गया जिसके तहत पश्चिम पोखरे पर हनुमानगढ़ी एवं शंकर मंदिर की साफ सफाई करते हुए रमाकांत मिश्र के साथ में मंडल अध्यक्ष सुनील कुमार पांडे धर्मेंद्र निषाद. रामु सिंह. श्याम विहारी चौबे, दिलीप सिंह. सुशील सिंह. संजय सिंह. राम असारे सोनकर आदि लोग उपस्थित थे