क्या बाबा मुरलीधर विद्यालय पर आएगी आंच,क्योंकि अब सुरु होगयी है सांसद और विद्यक की विद्यालय पर खर्च होने वाले निधि और भ्र्ष्टाचारो के आरोपों की जाँच
Will Baba Murlidhar Vidyalaya be affected, because now the investigation of the funds spent on the school by the MP and the MLA and the allegations of corruption has begun
रिपोर्ट: रोशन लाल
आजमगढ़
आजमगढ़ जिला के बिलरियागंज ब्लॉक के खानपुर भगत पट्टी गांव में स्थित बाबा मुरलीधर जूनियर हाई स्कूल और बाबा मुरलीधर प्राइमरी पाठशाला पर गंभीर आरोप लगाते हुए गांव के ही सत्यदेव सिंह पुत्र स्वर्गीय सदफल सिंह ने संबंधित अधिकारियों के नाम प्रार्थना पत्र देकर जांच की गुहार लगाई थी। जिसमें जमीन से संबंधित लेखपाल द्वारा पहले जांच की गई थी और स्पष्टीकरण रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को भी भेज दी गई थी। उसके बाद भी पीड़ित का आरोप था की अभी भी उपरोक्त विद्यालय इन लीगल तरीके से चल रहा है। जिसमें सांसद और विधायक निधि के पैसों का काफी दुरुपयोग हुआ है। इतना ही नहीं जिस जमीन पर विद्यालय है वह जमीन भी अवैध है। इन्हीं सब शिकायतों की जांच करने अधिकारियों की जाँच टीम 3 मार्च को मौके पर पहुंची। जिसमें एसडीम सगड़ी गंगवार और रिचा मैडम परियोजना अधिकारी तथा जेई मनोज सिंह मौजूद थे । मौके पर पहुंचने के बाद सर्वप्रथम एसडीएम सगड़ी ने जांच के लिए न्याय की गुहार लगाने वाले सत्यदेव सिंह से पूछताछ किया। और उनसे शिकायत से संबंधित लिखित प्रार्थना पत्र लेने के बाद आरोपित रामजन्म सिंह से बात करने के बाद विद्यालय से संबंधित मान्यता के कागज और जमीन के कागज तथा सांसद निधि से प्राप्त होने वाले पैसों का कागज व रसीद, जांच के लिए अपने साथ ले गए। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस विद्यालय के संबंध में हमें काफी दिन से शिकायत मिली थी। जाँच के लिए जिलाधिकारी महोदय द्वारा जिसकी टीम गठित की गई थी। उसी जांच के तहत आज हम लोग यहां पर आए हैं। दोनों पक्षों का बयान तथा आरोप प्रत्यारोप से जुड़े हुए कागजात साथ में लेकर जा रहे हैं। इसकी जांच करने में समय लगेगा आरोपी बक्से नहीं जाएंगे जिस तरह का अपराध बनेगा उसी तरह की कार्रवाई होगी। जांच के बाद जो भी रिपोर्ट सामने आएगी आप लोगों को अवगत करा दिया जाएगा। वही इस संबंध में आरोपित रामजन्म सिंह का कहना था कि हमारा और शिकायत करता का विवाद है जिसमें हत्या का मुकदमा चल रहा है। उस मुकदमा से बरी होने के लिए यह हमारे ऊपर जांच का दबाव बना रहे हैं ताकि हम परेशान होकर समझौता करलें।