डीएम की पहल पर जिला कलेक्ट्रेट बार एवं तहसील बार एसोसिएशन के पदाधिकारीयो के साथ तहसील अधिकारियों की बैठक के बाद अधिवक्ताओ का कार्य बहिष्कार स्थगित। 4 फरवरी को आदेश में ली गयी फ़ाईलो को पुनः सुनी जायेगी।
रिपोर्ट:अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।
घोसी। एसडीएम अभिषेक गोस्वामी के कक्ष में अधिकारियों एवं अधिवक्ताओ के बीच हुई सार्थक बैठक के बाद घोसी तहसील में तहसीलदार शैलेंद्र चंद्र सिंह के विरुद्ध अधिवक्ताओ का चल रहा कार्य बहिष्कार सातवे दिन समाप्त हो गया।निर्णय लिया गया की 4 फरवरी को आदेश में ली गई फ़ाईलो को वापस ले कर पुनः सुनी जायेगी।
जिलाधिकारी प्रवीण मिश्रा के निर्देश पर एसडीएम अभिषेक गोस्वामी कार्यालय में चली मैराथन वार्ता एसडीएम अभिषेक गोस्वामी, तहसीलदार शैलेंद्र चंद्र सिंह, तहसीलदार सदर उमेश सिंह के साथ कलेक्ट्रेट बार के अध्यक्ष प्रमोद सिंह पालीवाल, महामंत्री रितेश घोसी बार के अध्यक्ष अनिल मिश्रा के बीच चले लम्बी बैठक में तहसीलदार शैलेंद्र चंद्र सिंह के द्वारा चार फरवरी को आदेश में लिए गए फ़ाईलो को पुनः सुनने के निर्णय लेने के साथ हर फ़ाईल को साक्ष्य को भरपूर मौका देने के बाद ही आदेश में लेने का निर्णय लिया गया।साथ ही तहसीलदार द्वारा भविष्य में इस तरह की घटना न होने के साथ सहयोग की बात कही गई।
यह वार्ता विशेष रूप से अहम थी क्योंकि इससे पहले तहसील परिसर में अधिवक्ताओं ने तहसीलदार के भ्रष्ट रवैये के खिलाफ चक्रमण और विरोध प्रदर्शन किया था। अधिवक्ताओं ने तहसीलदार के बहिष्कार की मांग भी उठाई थी, जिसके बाद प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सभी फाइलों को वापस करने का निर्णय लिया है।
इस निर्णय को प्रशासनिक सुधार और पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो भविष्य में अन्य प्रशासनिक मामलों में भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
वार्ता में एसडीएम अभिषेक गोस्वामी, सदर तहसीलदार उमेश सिंह, घोसी तहसीलदार शैलेंद्र सिंह, नायब तहसीलदार निशांत मिश्र, कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह पालीवाल, महामंत्री रितेश सिंह, तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मिश्र, महामंत्री राजेश सोनकर, वरिष्ठ अधिवक्ता कालिका दत्त पाण्डेय, जनार्दन यादव, पूर्व शासकीय अधिवक्ता दिनेश राय, वरिष्ठ अधिवक्ता शमशाद अहमद, ए जेड इस्लाम और सुतीक्ष्ण मिश्र आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।