रघुभूमि से तपोभूमि की यात्रा श्री अयोध्या धाम से चलकर 12 को पहुंचेगी मऊ
The journey from Raghubhumi to Tapobhoomi will start from Shri Ayodhya Dham and will reach Mau on the 12th
रिपोर्ट :अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख।
घोसी।मऊ।अयोध्या लोक दायित्व के तत्वावधान में रघुभूमि से तपोभूमि की यात्रा अयोध्या धाम के लता चौक से बक्सर तक 11 जून पूर्णमासी को प्रारम्भ होकर 12 जून को मऊ पहुंच रही है।अयोध्या धाम से बक्सर तक हो रही तीन दिवसीय यात्रा।इसी मार्ग से श्रीराम गए थे ब्रह्मर्षि की यज्ञ रक्षा करने।
यह यात्रा माता सरयू के अवतरण दिवस पर श्री अयोध्या धाम से प्रारम्भ होती है। यात्रा का मार्ग वही होता है, जिस मार्ग से प्रभु राम ब्रह्मर्षि विश्वामित्र के साथ यज्ञ की रक्षा करने गए थे। इस यात्रा में समाज के लगभग सभी वर्गों के लोग सम्मिलित होते हैं।
यात्रा संयोजक पवन कुमार ने बताया कि यात्रा अयोध्या से प्रारम्भ होकर बक्सर तक उसी मार्ग से जाती है जिससे प्रभु राम गए हैं तथा यात्रा वहां वहां अवश्य रुकती है जहां प्रभु राम के रुकने न्यूनाधिक प्रमाण है। मऊ में शहरोज के पास बारह दुअरिया मंदिर एवं रामघाट दो स्थल शोध द्वारा राम जी संबंधित चिन्हित किये गए हैं, जहां यह यात्रा पहुंचती है।
यात्रा प्रथम दिवस महराजगंज, दूसरे दिन कारों धाम तथा तीसरे दिन बक्सर पहुंच कर विश्राम लेती है। यात्रा में एक रथ सहित लगभग दो दर्जन गाड़ियां होती हैं। स्थानीय लोग भी बहुत बढ़ चढ़ कर इसमें हिस्सा लेते है। जगह जगह यात्रा में पुष्प वर्षा होती है रामजी की आरती की जाती है। यात्रा में एक संकीर्तन मंडली अलग से चलती है। यह मंडली प्रभु राम आगमन स्थलों पर हरिकीर्तन करती हुई चलती है। मार्ग में कुल लगभग 13 स्थल हैं । जहां पर रामजी के रुकने, विश्राम करने, रात्रि शयन आदि का प्रमाण शास्त्रों से मिलता है। इस मार्ग का शोधन करने वाले डॉ. रामावतार शर्मा जी द्वारा शोधित मार्ग पर यह यात्रा तीन दिन में सम्पन्न हो जाती। इस बार भी यात्रा को लेकर सभी में उत्साह का वातावरण है।