गंगा नदी पर परमाणु निर्मित मेजर ब्रिज संरक्षा का किया गया निरिक्षण
विनय मिश्र ,जिला संवाददाता।
देवरिया।
संरक्षा भारतीय रेल की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त श्री जनक कुमार गर्ग ने झूंसी-प्रयागराज रामबाग के मध्य गंगा नदी पर नवनिर्मित मेजर ब्रिज सं-111 का संरक्षा निरीक्षण किया।
इस अवसर पर उनके साथ मंडल रेल प्रबन्धक/वाराणसी श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव, कार्यकारी निदेशक/आरवीएनएल श्री विकास चंद्रा , मुख्य रेल पथ इंजीनियर/पूर्वोत्तर रेलवे श्री आशुतोष मिश्र, सहित मुख्यालय गोरखपुर, वाराणसी मंडल तथा रेल विकास निगम लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी एवं वरिष्ठ इंजीनियर उपस्थित थे।
मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने अपने निरीक्षण का आरंभ गंगा नदी पर नवनिर्मित मेजर ब्रिज के आरंभ में किमी सं-323/3 से 324 तक दारागंज साइड वाईडक्ट(1×37.2+ 19×30.5+2×24.4 मीटर )872 मीटर पुल का संरक्षा निरीक्षण किया स्लीपर स्पेसिंग/फिटिंग्स की जाँच की और ट्रैक्शन फिटिंग्स की ऊँचाई का मापन करते हुए किमी सं-321/4 से 323/4 तक निर्मित मेजर ब्रिज सं-111 पर पहुँचे और गंगा नदी पर 1,934.40 मीटर लम्बे बड़ी लाइन के दोहरी लाइन के पुल के 76.20 मीटर के 24 स्पैन, रेल पुल की मजबूती और लचीलेपन के लिए वॉरेन ट्रस डिज़ाइन में ओपन वेब स्टील गर्डर का गहन निरीक्षण किया । इस पुल के माध्यम से इस रेल खंड पर डबल-हेडेड लोकोमोटिव चलाने की सुविधा का भी निरीक्षण किया । इस महत्वपूर्ण पुल के निरीक्षण के पश्चात उन्होंने पुल से जुड़े झूंसी साइड किमी सं-321/2-5 पर वाईडक्ट (6×24.4मीटर )पुल का भी संरक्षा निरीक्षण किया ।
अपने निरीक्षण के दौरान उन्होंने मॉनसून में ब्रिज के रख-रखाव, अनुरक्षण,ट्रैक फिटिंग्स का जंक रोधी लुब्रिकेशन,ब्रिज की फाउंडेशन पिलर्स पर वाटर प्रेशर, ओवर हेड ट्रैक्शन पोल फिटिंग्स का आइसोलेशन तथा ब्रिज की वोलिसिटी अनुरूप नोइस परीक्षण भी किया ।
निरीक्षण के अंत में रेल संरक्षा आयुक्त ने अपनी निरीक्षण स्पेशल से झूंसी से प्रयागराज रामबाग के मध्य नवनिर्मित मेजर ब्रिज सं 111 के 1.93 किमी रेल खण्ड का अधिकतम अनुमय गति 70 किमी प्रति घण्टे से स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा किया।