जबलपुर:छोटे-छोटे किसान महज एक एक बोरी के लिए परेशान

जबलपुर:वही बड़ी खबर जबलपुर के पनागर से जहां किसान बोवनी के लिए किसान खेतों को तैयार कर रहे हैं और साथ ही साथ खाद के जुगाड़ में भी जुट गए हैं। इसका असर पनागर की सभी पंचायत में देखने को मिल रहा है। खाद्य वितरण केंद्र पर 24 घंटे किसान कतार में नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि कभी-कभी दिन रात की मेहनत के बाद भी किसान को एक बोरी खाद नहीं मिल पा रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकार का दावा है कि खरीफ सीजन के लिए खाद तो पर्याप्त है। लेकिन रसूक दार और बड़े किसानों को ही मिल रही खाद,वहीं जिला कृषि अधिकारी एस के निगम ने बताया कि खाद्य पर्याप्त मात्रा में है एडवांस में अनेकों मीट्रिक टन बुलाती थी, जबकि इस साल खाद के लिए केंद्र सरकार के माध्यम से सप्लाई का आर्डर पहले दे दिया है। वही दावा किया जा रहा है कि पनागर विधानसभा में अभी किसान की जरूरत के हिसाब से खाद् पर्याप्त है, लेकिन अधिकांश पंचायत में स्थिति यह है कि किसान खाद के लिए मारे मारे फिर रहे हैं।

टोकन के लिए हो रही धक्का मुक्की ,पनागर में खाद की टोकन वितरण को लेकर अफरा तफरी का माहौल बना रहा। मंगलवार शाम से ही किसान तहसील कार्यालय पर पहुंचने लगे थे। कई किसानों ने रात में ही पत्थर रखकर अपने आधार कार्ड और दस्तावेजों से लाइन लगा दी। सुबह टोकन पाने की होड़ में धक्का मुक्की की स्थिति बन गई, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी बुलाना पड़ा। अनेक गांवों के किसान 6 बजे से लाइन में थे, लेकिन दोपहर तक उन्हें टोकन नहीं मिला। टोकन मिलने के बाद भी वितरण कर्मचारी तहसील और एसडीएम के टोकन को नहीं दे रहे मान्यता नहीं मिल रही खाद वही जब इस मामले को लेकर ग्राउंड जीरो पर किसानों का हाल जानने पहुंचे वहां पर पाया गया की खाद बांट रहे कर्मचारियों के द्वारा रसूखदार किसानों को ही खाद दी जा रही थी जिसकी जानकारी जिला खाद्य अधिकारी कृषि एसके निगम को दी गई तो उनके द्वारा तत्काल टीम भेज कर निरीक्षण कराया गया जांच में पाया गया की 50 बोरी कर्मचारियों के द्वारा अपने चहेते व्यक्ति विशेष लोगों दी गई जांच अधिकारी ने निरीक्षण दल ने जांच में पाया भी और पंचनामा भी बनाया और और कर्मचारियों पर कार्यवाही करने की बजाय कागजों में दबा कर रख लिया जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को भी नहीं दी गई जब इस विषय में जिला कृषि अधिकारी से बात की गई तब सच्चाई सामने आई खाद्य वितरण में कर्मचारी और अधिकारियों की संलकता के चलते किसानों पर नहीं मिल रही खाद,

जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट

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