मऊ:हज़रत अब्बास की शान में बडागाव में शब्बेदारी का हुआ आयोजन
Mau. A Shabbedari was organized on the eve of the Tajdar-e-Wafa Alamdar-e-Karbala Hazrat Abul Fazlil Abbas, brother of Imam Hussain Alaihissalam, son of Imam Ali Alaihissalam, in front of Sheikh Jumman Tar Babu's house in Baragaon, Ghosinagar. In which local and outside organizations sang Noha in the honor of Hazrat Abbas Alamdar.

घोसी ।मऊ। घोसीनगर के बड़ागांव स्थित शेख जुम्मन तार बाबू के मकान के सामने रात में इमामे अली अलैहिस्सलाम के सुपुत्र इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के भाई ताजदार ए वफा अलमदार ए कर्बला हजरत अबुल फजलिल अब्बास की शान में पूर्व संध्या पर एक शब्बेदारी का आयोजन किया गया। जिसमें मुकामी व बाहरी अंजुमनों ने हजरत अब्बास अलमदार की शान में नौहा खानी की।
शब्बेदारी का आगाज़ सोज खनी से किया गया।सदारती तकरीर मौलाना मिकदाद अली आब्दी बंगलौर ने की। उन्होंने कहा कि अब्बास के नाम का जूज़(हिस्सा)है जैसी वफादारी हजरत अब्बास ने पेश की दुनिया में उसकी कोई मिसाल नहीं अगर वफा है तो ईमान है अगर वफा नहीं तो फिर ईमान नहीं।उन्होंने कहा कि कर्बला के मैदान में जब हजरत अब्बास अलैहिस्सलाम जंग की इजाजत मांग रहे थे तो उसी वक्त जनाबे सकीना बिंतुल हुसैन खैमे में आई और उन्होंने अपने बाबा से कहा प्यास मारे डाल रही है तो इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने हजरत अब्बास को पानी लाने की इजाजत दी हजरत अब्बास ने सकीना से वादा किया कि मैं तुम्हें पानी पिलाऊंगा जब हज़रत अब्बास ने दरिया पर कब्जा कर लिया और अपने घोड़े को दरिया में डाल कर चुल्लू मैं पानी उठाया तो सकीना से किया हुआ वादा याद आया इतनी प्यास के आलम में भी मौला अब्बास ने इस लिए पानी नहीं पिया की उन्होंने सकीना से वादा किया है इसीलिए वफा अब्बास के नाम का हिस्सा बन चुकी है। इस अवसर पर अंजुमनों का सिलसिला चला जिसमे सुल्तानपुर अमहट से आई अंजुमन हैदरीया,सेठल बरैली से आई अंजुमन हैदरीया,अंजुमन सज्जादिया कोपागंज ने नोहा पढ़ा_
“कोई आरजू माँ की जिंदा ना छोड़ी
अजब फूल जख्मों के तन पर दिखा के।
कहा ले चली मौत दूल्हा बनके।”
संचालन ,मौलाना वसीम असगर, व शफ़क़त तक़ी ने किया।
सभासद आफ़ताब अहमद को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मौलाना मोजहिर हुसैन,डॉ अब्बास उर्फ सानू, गुलज़ार हुसैन, अजमल अली, सलमान हैदर, हैदर अली, कर्रार रज़ा, वसी हैदर, मौलाना अहमद अब्बास इमामे जुमा जमात शिया जामा मस्जिद घोसी, ग़ज़नफर अब्बास, हसन अब्बास, नूर मुहम्मद,शोयब अस्करी, कायम रज़ा, राज़िश,सागर अब्बास, , मौलाना अहमद अब्बास, वक़ार अली, मौलाना नसीमुल हसन, ज़हीर अब्बास, नसीम अख्तर,मेहदी, फैज़ान सरवर, ज़हीर अब्बास, जौन मुहम्मद, डॉ कलीम असगर, फ़ैयाज़ शब्बर,व कमेटी वफ़ा डे बड़ागांव आदि उपस्थित रहे।