राजनीतिक अदावत बनेगी चुनावी रंगभूमि, सीवान की सीट पर बड़ा टकराव तय,रघुनाथपुर से ओसामा शहाब की एंट्री, विधायक हरिशंकर यादव ने सौंपी कमान

मुस्लिम-यादव समीकरण से मजबूत दिख रहे ओसामा शहाब

सीवान: रघुनाथपुर सीट पर ओसामा शहाब बनाम खान ब्रदर्स की सियासी जंग के आसार

सीवान की राजनीति में शहाबुद्दीन परिवार की एंट्री के रास्ते साफ होते दिख रहे हैं। रघुनाथपुर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है। राजद नेता व दिवंगत सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब ने आधिकारिक तौर पर चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है।

20 अगस्त को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में सिटिंग विधायक हरिशंकर यादव ने ओसामा को पगड़ी पहनाकर जनता के सामने बतौर उम्मीदवार पेश किया। यादव ने भावुक होते हुए कहा—
“इस परिवार ने मुझे दो बार विधायक बनाया, अब हमारी बारी है कि हम ओसामा को जीत दिलाएं।”

दरअसल, हरिशंकर यादव और शहाबुद्दीन परिवार के बीच गहरी राजनीतिक नजदीकी रही है। 2015 और 2020 दोनों चुनाव में यादव ने जीत दर्ज की थी। अब वे खुद सीट छोड़कर शहाबुद्दीन के बेटे को आगे बढ़ा रहे हैं। कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने भी साफ किया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ओसामा को रघुनाथपुर से तैयारी की अनुमति दे दी है। हालांकि राजद ने टिकट की औपचारिक घोषणा अभी नहीं की है।

ओसामा की मां हेना शहाब पहले ही लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात कर बेटे की उम्मीदवारी की इच्छा जता चुकी हैं। रघुनाथपुर सीट पर मुस्लिम और यादव मतदाताओं की बड़ी संख्या है, जबकि ब्राह्मण और राजपूत वोट भी अहम भूमिका निभाते हैं। यही समीकरण राजद के पक्ष में मजबूत माना जा रहा है।

इसी बीच, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता रईस खान ने भी इस सीट से दावेदारी की है। यदि दोनों को टिकट मिलता है, तो यह मुकाबला सीधे ओसामा शहाब बनाम खान ब्रदर्स (अयूब खान और रईस खान) में बदल जाएगा।

गौरतलब है कि शहाबुद्दीन और खान ब्रदर्स की दुश्मनी पुरानी रही है। हत्या, अपहरण और रंगदारी जैसे कई गंभीर आरोप खान ब्रदर्स पर लगे हैं। साल 2022 में तीन लोगों की हत्या मामले में अयूब खान जेल गए थे। वहीं, 2005 में उनके पिता कमरूल हक खान के अपहरण का आरोप शहाबुद्दीन पर लगा था। तब से दोनों परिवारों के बीच अदावत और गहरी हो गई।

अप्रैल 2022 में रईस खान पर एके-47 से हमला हुआ था, जिसका आरोप सीधे ओसामा शहाब पर लगा। इस मामले में ओसामा समेत आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई थी। ऐसे में अब अगर दोनों आमने-सामने होते हैं, तो रघुनाथपुर में यह चुनावी मुकाबला सिवान की राजनीति की सबसे रोचक जंग साबित हो सकता है।

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