Jaunpur news:”कलम पर हमला नहीं सहेंगे,पुलिसिया गुंडई के खिलाफ पत्रकार समाज एकजुट”, “पत्रकार का गला दबाया,लोकतंत्र का गला घोंटा गया”

वरिष्ठ पत्रकार के पक्ष में अजय कुमार मिश्रा का साहसिक कदम:जौनपुर में पत्रकार पर हुए पुलिसिया हमले के मामले ने पूरे प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस नाजुक घड़ी में आइडियल पत्रकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अजय कुमार मिश्रा जी ने जिस साहस और निर्भीकता के साथ आवाज़ बुलंद की है, वह काबिले-तारीफ़ है।उन्होंने घटना के तुरंत बाद ही न सिर्फ पुलिस अधीक्षक जौनपुर, डीआईजी वाराणसी, एडीजी जोन वाराणसी बल्कि डीजीपी और मुख्यमंत्री तक पत्रकार पर हुए अत्याचार की गूंज पहुँचाई। अजय मिश्रा जी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई नहीं होती है, तो आंदोलन प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर तक किया जाएगा।यह उनके पत्रकार हितैषी और निडर नेतृत्व की पहचान है। उन्होंने यह साबित किया है कि पत्रकारिता पर हमला किसी एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि लोकतंत्र की चौथी ताकत को दबाने की कोशिश है। वरिष्ठ पत्रकार बरसाती लाल कश्यप के सम्मान और सुरक्षा की लड़ाई को जिस मजबूती से अजय मिश्रा जी ने आगे बढ़ाया है, वह पूरे पत्रकार समाज के लिए प्रेरणा है।राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय कुमार मिश्रा जी का यह संघर्ष पत्रकारों की अस्मिता की रक्षा और लोकतंत्र की मजबूती के लिए ऐतिहासिक कदम साबित होगा।

जौनपुर। 8 सितंबर: रामपुर विकासखंड के सुरेरी थाना क्षेत्र के हनुमानगंज मार्केट तेलियागंज में रविवार को जमीनी विवाद को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विवाद की स्थिति को संभालने के बजाय सुरेरी पुलिस ने महिलाओं पर लाठियां चलाईं और उन्हें घसीटकर थाने ले गई।घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार श्री बरसाती लाल कश्यप ने जब पुलिस की कार्यवाही को कैमरे में कैद करना चाहा, तो थाना प्रभारी देवानंद रजक ने पत्रकार पर ही हमला बोल दिया। आरोप है कि पुलिस अधिकारी ने उनका गला दबाकर धक्का दे दिया, जबकि पत्रकार का गले का हाल ही में गंभीर ऑपरेशन हुआ था। इस हमले के कारण उनकी स्थिति और बिगड़ गई है।गौरतलब है कि बरसाती लाल कश्यप का लखनऊ में मेट्रो सिटी अस्पताल, गोमती नगर में नाक-कान-गले के विशेषज्ञ डॉ. निखिल सिंह द्वारा ट्यूमर का ऑपरेशन किया गया था। डॉक्टर ने स्पष्ट कहा था कि किसी भी प्रकार का दबाव या चोट उनके लिए घातक हो सकता है। इसके बावजूद पुलिस की दबंगई ने पत्रकार की जान पर बन आई है।इस घटनाक्रम के बाद श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तर प्रदेश के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार स्वामी सहित तमाम पत्रकार साथी मौके पर पहुंचे और घटना की निंदा करते हुए दोषी थाना प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

पत्रकार बरसाती लाल कश्यप ने कहा कि,
👉 “अगर मेरी तबीयत बिगड़ती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी थाना प्रभारी देवानंद रजक की होगी।”,जनता और पत्रकार समाज का विश्वास है कि जौनपुर के पुलिस अधीक्षक इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए न केवल निष्पक्ष जांच कराएंगे, बल्कि दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और इस स्तंभ को गिराने का दुस्साहस किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पत्रकार समाज ने बरसाती लाल कश्यप के साहस, निडरता और निष्पक्ष पत्रकारिता की सराहना की है। वहीं, जिले के पुलिस अधीक्षक की ईमानदारी व निष्पक्ष छवि को देखते हुए लोगों को भरोसा है कि पीड़ित पत्रकार को न्याय जरूर मिलेगा।

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