Jaunpur news:पत्रकार से दुर्व्यवहार का आरोप, पाँच दिन बाद भी कार्रवाई नहीं
मीडिया कर्मियों ने उठाए सवाल-“जब पत्रकार असुरक्षित तो आम जनता का क्या होगा?”
ब्यूरो रिपोर्ट, जौनपुर।
जौनपुर पुलिस कप्तान को सौंपे गए ज्ञापन को पाँच दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक किसी ठोस कार्रवाई का अभाव पत्रकारों और आम जनता के बीच सवाल खड़े कर रहा है। मामला रामपुर विकासखंड के सुरेरी थाना क्षेत्र के हनुमानगंज मार्केट का है। यहां 31 अगस्त 2025 को दोपहर करीब 2 बजे जमीनी विवाद को लेकर ग्रामीणों ने बल्ली बाँधकर सड़क जाम कर दिया था।इसी दौरान कवरेज कर रहे वरिष्ठ पत्रकार बरसाती लाल कश्यप के साथ थानाध्यक्ष रामपुर, देवानंद रजक द्वारा दुर्व्यवहार का गंभीर आरोप लगाया गया है। पत्रकार ने बताया कि थाना प्रभारी ने उनका गला दबाकर धक्का दिया, जबकि हाल ही में उनका गले का ऑपरेशन हुआ है और वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। इस घटना के बाद उनकी तबीयत और बिगड़ गई है।बरसाती लाल कश्यप ने कहा, “मेरे पास इलाज कराने के लिए आर्थिक संसाधन नहीं हैं। अगर दो दिन के भीतर न्याय नहीं मिला तो मैं वाराणसी एडीजी जोन से मिलकर अपनी बात रखूंगा। वहाँ भी सुनवाई न हुई तो मुख्यमंत्री आवास, कालिदास मार्ग (लखनऊ) पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाऊँगा। अगर मुझे कुछ हो जाता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी रामपुर थाना प्रभारी की होगी।”,पत्रकार ने सवाल उठाया कि जब मीडिया कर्मियों के साथ ही पुलिस द्वारा मारपीट की जा रही है तो आम जनता के साथ कैसा व्यवहार होता होगा।इस मामले में जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाते हुए कहा है कि मीडिया कर्मियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। पत्रकारों का कहना है कि एसएसपी का यह रुख सराहनीय है, क्योंकि इससे पीड़ित को न्याय की उम्मीद जगी है और पुलिस व्यवस्था की साख बनी रहेगी।