मानव के समग्र विकास का माध्यम है योग‌ ।

 

 

जिला संवाददाता,विनय मिश्र, देवरिया।

रंजू सिंह महाविद्यालय सोनाडी, देवरिया में आज दिनांक 21 जून 2024 को *”अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस”* के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में महाविद्यालय द्वारा योगाभ्यास किया गया। शारीरिक एवं मानसिक स्थिति को संतुलित करने के लिए योग अति महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यह आंतरिक शक्ति को उजागर करने का माध्यम भी है । योग भारत की प्राचीन प्रथा है। प्राचीन काल से ही भारत में योग का प्रयोग किया जाता रहा है।भगवान शंकर के बाद वैदिक ऋषि-मुनियों से ही योग का प्रारम्भ माना जाता है। बाद में कृष्ण, महावीर और बुद्ध ने इसे अपनी तरह से विस्तार दिया।योग शब्द संस्कृत मूल ‘युज’ से लिया गया है जिसका अर्थ जुड़ना या जोड़ना या एकजुट होना। योग संपूर्ण मानव जाति को एकता के सूत्र में बांधने का काम भी करती है। योग भारत की प्राचीन प्रथा है जिसमें शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक पहलुओं को शामिल करते हुए स्वयं और समग्र समाज को विकास के पद पर ले जाया जा सकता है। यह बाते अभय कुमार पाण्डेय ने योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा। तत्पश्चात सबने सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, श्रवांगशन, हलासन आदि का अभ्यास किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी एवं , अभय कुमार पाण्डेय, विनोद कुमार सिंह, नवनीत रावत, अभिषेक पाण्डेय, शिवम पाण्डेय, राज श्रीवास्तव, प्रतीक दुबे, उपेन्द्र, किशन चौरासिया, घनश्यम, राजन, सपना, सोनम,सिद्धि, ज्योति, निगम, विंध्यवासिनी, काजल, निशा, पूजा सहित समस्त प्रवक्तागण / छात्राओं की उपस्थिति रही।

Related Articles

Back to top button