Mau Newsराष्ट्रीयस्वमसेवकसंघ का शताब्दीवर्ष राष्ट्र प्रेमियों, स्वम सेवकों के लिए गौरव की बात।
घोसी।मऊ। राष्ट्र के साथ समाज में गुण ,शील एवं चरित्र के आधार पर अलग दिखने वाला राष्ट्रीय सेवक संघ की विश्व में अलग पहचान है। संघ के स्वम सेवक विश्व के हर क्षेत्र में अपना अलग परचम लहराया रहा है और भारत की वैभव कीर्तमान को स्थापित कर रही है। आर आर एस हिंदू समाज को जागृत करने के साथ ही समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्तियों को मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य भी करती है।उक्त बातें नदवासराय बाजार में सुबह को पथ संचलन के अवसर पर बिंदुकांत जी ने स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कहा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विजयादशमी पर्व के अवसर पर वृहस्पतिवार को नदवासराय बाजार स्थित संत द्वारिका विद्यालय के परिसर में संघ के स्वयंसेवकों का बौद्धिक उद्बोधन के उपरांत स्वयं सेवकों द्वारा भव्य पथ संचलन निकाला गया।यह पथ संचलन संतद्वारिका विद्यालय से प्रारम्भ हो कर बाजार का भ्रमण करते हुए नदवासराय घोसी मोड होते हुए भिखारीपुर बाजार पहुँच कर वापस संत द्वारिका विद्यालय पहुँच कर समाप्त हुआ। पथ संचलन के दौरान नगरवासियों ने जगह-जगह फूल वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया और “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम” के जयघोष से वातावरण गुंजायमान हो उठा।
बिंदुकांत जी ने कहाकि संघ समाज में राष्ट्रभावना, अनुशासन, एकता और सेवा का संस्कार स्थापित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। 100 वर्षों की इस यात्रा में संघ ने समाज के हर वर्ग में राष्ट्रीयता की भावना जागृत की है। विजयादशमी का यह पथ संचलन संगठन शक्ति, समरसता और आत्म गौरव का प्रतीक है।इस अवसर पर संदीपजी, भूपेशजी, संजयजी, उमेशजी, रिंकुजी, आकाशजी, आनन्दजी, रविजी ,सोनूजी, दुर्गविजय जी ,सुगंधजी व सैकड़ों स्वयंसेवको ने भाग लिए।