आजमगढ़:एसडीएम के कार्यक्षेत्रों में बड़ा फेरबदल,लेखपालों में खुशी की लहर

Azamgarh: Changes in the jurisdictions of SDMs of Nizamabad, Sagdi and Martinganj, wave of happiness among the accountants

आजमगढ़ जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश के निर्देश पर जनहित एवं शासकीय कार्यहित में विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों/उप जिलाधिकारियों के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन किया है। यह निर्णय भारत निर्वाचन आयोग की स्वीकृति एवं अपरिहार्य परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

आदेश के अनुसार किए गए प्रमुख परिवर्तन इस प्रकार हैं।

1. सुनील कुमार धनवंता, उप जिलाधिकारी (न्यायिक) निजामाबाद/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, 348-निजामाबाद, को अब उप जिलाधिकारी (न्यायिक) मार्टिनगंज नियुक्त किया गया है।

2. चन्द्र प्रकाश सिंह, उप जिलाधिकारी (न्यायिक) सगड़ी/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, 344-गोपालपुर, को अब उप जिलाधिकारी (न्यायिक) निजामाबाद के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

3. संत रंजन, उप जिलाधिकारी (न्यायिक) मार्टिनगंज/बूढ़नपुर/अतिरिक्त अधिकारी (प्रथम), को अब उप जिलाधिकारी (न्यायिक) सगड़ी नियुक्त किया गया है।

लेखपालों के आंदोलन के बाद हुआ बदलाव, क्षेत्र में चर्चा तेज

निजामाबाद तहसील के उप जिलाधिकारी रहे सुनील कुमार धनवंता का स्थानांतरण प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में तहसील के लेखपालों ने उनके कार्यशैली के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर आंदोलन की चेतावनी दी थी। लेखपालों ने कहा था कि वे सम्मानजनक कार्य वातावरण चाहते हैं, जहां उनकी समस्याओं को सुना जाए और सम्मान के साथ समाधान किया जाए।धरना समाप्त होने के चार दिन बाद ही सुनील कुमार धनवंता का ट्रांसफर आदेश जारी हो गया। इस फैसले को लेखपालों ने अपना नाम न बताने की शर्त पर अपने सम्मान की जीत बताते हुए स्वागत किया।

धर्मशाला गिराने के आरोप मामले ने भी बढ़ाई थी नाराजगी

इसी बीच जगदीशपुर में धर्मशाला गिराने आरोप लगाते हुए  भाजपा नेताओं द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन ने भी विवाद को हवा दी थी। स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच इस कार्रवाई को लेकर नाराजगी जताई गई थी, जिसके बाद प्रशासनिक हलचल तेज हो गई थी।

क्षेत्र में राहत और संतुलन की उम्मीद

नए कार्यक्षेत्रों में अधिकारियों की नियुक्ति से प्रशासनिक कार्यों में नई गति और संतुलन आने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं, लेखपाल संघ ने आशा व्यक्त की है कि अब संवाद और सहयोग के माहौल में राजस्व कार्य अधिक सुचारु रूप से आगे बढ़ेंगे।

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