Deoria news, भगवान शिव और सती की कथा सुन झूम उठे श्रद्धालु

सती और भगवान शिव की चर्चा सुन झूम उठे श्रद्धालु।
देवरिया।
स्थानीय विश्वनाथ त्रिपाठी शिक्षण संस्थान बरहज में कथा के , विश्राम दिवस पर बुंदेलखंड से पधारी हुई रश्मि द्विवेदी ने र भगवत कथा में सती एवं शिव की पावन कथा का रसपान कराते हुए ने कहा कि भगवान शिव और सती शक्ति और शक्ति धर है समय-समय पर सती ही परिवर्तित होकर पार्वती बनती है उन्होंने कहा कि अपने पिता दक्ष के यज्ञ में बिना भगवान शिव की अनुमति के सती गई जिसका परिणाम अच्छा नहीं हुआ और सती को अपना तन त्यागना पड़ा सती अपने प्राणों का त्याग समय भगवान से जन्म-जन्मांतर के लिए भगवान शिव को मांग लिया गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में उद्गघृत किया कि
,सती मरण सन हर बर मांगा। जन्म जन्म शिवपद अनुरागा।
प्रभु जितनी बार मैं जन्म लूं पति के रूप में मुझे भगवान भोलेनाथ ही प्राप्त हो सती शरीर त्यागने के बाद महाराज हिमाचल और मैंना के वहां पुत्री के रूप में जन्म लिया नारद जी ने हिमाचल और महारानी मैं को बता दिया की पार्वती को जो बार प्राप्त होगा वह अजनवा होगा ना उसके माता-पिता होंगे जो उसका अपना कोई सगा होगा आगे चलकर नारद जी के कथना अनुसार, भगवान शिव का विवाह पार्वती के साथ हुआ कथा के दौरान विद्यालय के प्रबंधक वीरेंद्र त्रिपाठी, बलभद्र त्रिपाठी ,अरविंद त्रिपाठी, संचालक रामगोपाल सोनकर प्रधानाचार्य, सुदर्शन यादव, रामनिवास उपाध्याय ,रमेश तिवारी अनजान, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, प्रदीप जायसवाल, भगवान उपाध्याय, प्रियंका उपाध्याय, प्रेम शंकर पाठक, सुभाष यादव, प्रभु नाथ शर्मा, दयाशंकर तिवारी ,उदय शंकर तिवारी, अमित तिवारी साहित क्षेत्र और नगर के श्रद्धालु श्रोता काफी संख्या उपस्थित रहे।

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