Jabalpur news:पराली जलाने के आदेश को किसानों ने ठुकराया,कहा पराली लेकर कहां जाएं, शासन बताये
Farmers rejected the order to burn stubble and said the government should tell them where to take the stubble.

ज़िले के किसानों ने पराली जलाने पर लगे प्रतिबंध को मानने से इंकार कर दिया है। किसानों का कहना है कि खेतों में धान कटाई के बाद बची पराली को नष्ट करने का कोई ठोस विकल्प सरकार ने अब तक नहीं दिया। ऐसे में मजबूरीवश किसान पराली जलाने को बाध्य हो जाते हैं।किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन केवल आदेश जारी कर रहा है, मगर यह नहीं बता रहा कि पराली का निपटान कहां और कैसे किया जाए। “अगर पराली जलाना अपराध है तो फिर हमें बताइए कि पराली लेकर कहाँ जाएं,” किसानों ने सवाल उठाया।किसानों का कहना है कि सरकार यदि वाकई पराली जलाने पर रोक चाहती है तो गाँव स्तर पर संग्रहण केंद्र बनाए, मशीनरी उपलब्ध कराए और पराली को खाद या ऊर्जा उत्पादन में उपयोग करने के लिए कारगर व्यवस्था खड़ी करे।ग्राम पंचायत स्तर पर भी इस मुद्दे पर किसानों में आक्रोश देखने को मिला। उनका कहना है कि केवल जुर्माने और कार्रवाई की धमकी से समस्या का हल नहीं होगा। शासन को चाहिए कि किसानों की तकलीफ समझते हुए ठोस योजना बनाए, तभी पराली जलाने पर रोक संभव हो पाएगी।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट



