Jabalpur news:नर्मदा किनारे डेरी हो रही संचालित, गंदगी का अंबार,निगम प्रशासन मौन, क्षेत्रीय लोग परेशान
Dairy operating on the banks of Narmada, heaps of garbage, municipal administration silent, local people troubled

जबलपुर में जीवन दायनीय मां नर्मदा के आँचल में बंसा गौरीघाट जहा हाल ही में मंत्री राकेश सिंह ने गौरीघाट को सरयू की तर्ज पर कॉरिडोर बनाएं जाने की घोषणा की तो वही दूसरी तरफ गौरीघाट के चंद कदमो की दूरी पर अवैध रूप से सड़क किनारे डेरी संचालित की जा रही है।जहा पशुओं का गोबर सड़क के किनारे डंप किया जा रहा है।
जिसके चलते बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है।वही गंदगी के कारण क्षेत्रीयजन परेशान है।बताया जा रहा है की की 2022 में नगर निगम के द्वारा डेरी संचालक को नोटिस जारी कर डेरी हटाने के निर्देश जारी किए गए।उस समय डेरी कच्चे तौर पर बनाई गई थी।जिसमे करीब 50 से अधिक भैंसे पाली गई थी।नोटिस के बावजूद उक्त स्थान से डेरी को नही हटाया गया।वही 3 साल बीत जाने के बाद आलम यह है की उक्त डेरी को पक्का निर्माण कर बना लिया गया और उसमे कई भैंसे पाल ली गई।गौर तलब है की नगर निगम के द्वारा निगम सीमा के अंदर किसी प्रकार की डेरी न होने के आदेश जारी किए गए थे।बावजूद इसके निगम सीमा गौरीघाट में खुलेआम अवैध डेरी संचालित की जा रही है।क्षेत्रीयजनो का कहना है की गौरीघाट जाने वाले मार्ग में डेरी खोली गई है।जिससे बीमारी से लेकर गंदगी का खतरा बना रहता हैं।वही महापौर ने कई घोषणा की थी की नर्मदा नदी को स्वच्छ रखने सभी इंतजाम किए जाएंगे लेकिन उनके वादे पूरे होते हुए नही दिखाई दे रहे है।वही इस मामले में नगर निगम कमिश्नर का कहना है कि अगर इस प्रकार से उक्त मार्ग पर डेरी संचालित की जा रही है तो मामले को लेकर जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट



