Deoria news:भगवान श्री राम ने किया अहिल्या का उद्धार संत दास जी महाराज
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*भगवान श्रीराम ने किया अहिल्या का उद्धार – संतदास जी महाराज।
देवरिया।
भलुअनी, देवरिया । दुर्गा मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के पांचवे दिन कथावाचक संतदास जी महाराज ने प्रभु श्रीराम द्वारा असुरों के संहार एवं अहिल्या उद्धार की कथा का रसपान कराते हुए कहा कि ऋषि विश्वामित्र राजा दशरथ के पास अयोध्या पहुंचे और असुरों के संहार हेतु राम को मांगा । राजा दशरथ ने कहा आप मुझे ले चलिए पर ग्यारह वर्ष के राम को मत मांगिए, ऋषि विश्वामित्र ने कहा राजन आपकी आवश्यकता हमें नही है असुरों का संहार तो राम के हाथो ही होना है इसीलिए राम को ही ले जाने आया हूं ।
आज्ञा पाकर राम जब ऋषि विश्वामित्र के साथ असुरों का संहार करते हुए आगे चले तो रास्ते में एक शिला मिली जिसका कारण पूछने पर ऋषि ने अहिल्या के बारे में बताया और तब प्रभु राम के द्वारा अहिल्या का उद्धार किया गया ।
कथाव्यास संतदास जी महाराज ने आगे कहा की जापान में एक बार शोध हुआ की सनातनी हवन में क्यूं आम की ही लकड़ी जलाते हैं तो उन्होंने पाया कि आम की लकड़ी पर देशी घी डालकर जब हवन किया जाता है तो वातावरण शुद्ध हो जाता है और सारे विषैले कीटाणु समाप्त हो जाते हैं । उन्होंने कहा कि जापान के वैज्ञानिक जो आज पता लगा रहे हैं वो विज्ञान हमारे ऋषि मुनियों द्वारा अरबों वर्ष पहले से है ।
आगे उन्होंने कहा कि हर सनातनी को वर्ष में एक बार अवश्य हवन करना चाहिए जिससे पर्यावरण और वातावरण शुद्ध रहे, साथ ही उन्होंने कहा की मोहम्मद गोरी ने भारत पर आक्रमण किया और सत्रह बार पराजित हुआ था पर पृथ्वीराज चौहान ने उसे हर बार माफ किया । कुछ गद्दार हिंदुओं की वजह से मोहम्मद गोरी ने भारत पर राज्य किया इसलिए कभी दुश्मन पर दया नही दिखानी चाहिए, आज भी देश में ऐसे गद्दारों की कमी नही है उनसे सावधान रहिए ।
आगे उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि दान करते समय यह सुनिश्चित कर लें की जो दान हम कर रहें वो पुण्य कार्य में जायेगा या नशे के रूप में, क्यूंकि आजकल तमाम रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी साधु संत बनकर घूम रहे हैं इसलिए दान करें पर सोच समझकर ।
इस दौरान आचार्य प्रवीण पाण्डेय, सभासद शक्ति मद्धेशिया, पत्रकार पवन सिंह, हरिकेश यादव, विक्रम सिंह, आयोजक रामप्रवेश मद्धेशिया, दिनेश गुप्त, शौर्य कुमार सिंह, सन्तोष मद्धेशिया वैश्य, लक्ष्मण वर्मा, विजय वर्मा, कपूरचंद मद्धेशिया, बलराम वर्मा एवं गोलू सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे ।



