आदिवासियों का खून चूसकर झामुमो, कांग्रेस, राजद नेताओं ने अकूत संपत्ति बनाई : राजनाथ
JMM, Congress, RJD leaders created huge wealth by sucking the blood of tribals: Rajnath
लोहरदगा:। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को झारखंड के लोहरदगा में आयोजित चुनावी सभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का खून चूसकर झामुमो, कांग्रेस और राजद नेताओं ने अकूत संपत्ति अर्जित की है। कांग्रेस के सांसद और कांग्रेसी मंत्री के पीए के ठिकानों से सैकड़ों करोड़ रुपये की बरामदगी इसका प्रमाण है।उन्होंने कहा कि लगातार बांग्लादेशी घुसपैठिए झारखंड में प्रवेश कर बस रहे हैं और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, आदिवासी संस्कृति पर कुठाराघात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बताना चाहिए कि संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी घटकर केवल 28 प्रतिशत कैसे हो गई? आश्चर्य होता है कि इसके बावजूद वे आदिवासियों के कल्याण के लिए काम करने का दावा रहे हैं।राजनाथ सिंह ने उपस्थित जनसमुदाय से भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि आदिवासियों का सर्वाधिक सम्मान भारतीय जनता पार्टी ने किया है। भाजपा की सरकार बनने के बाद कोई घुसपैठिया आदिवासियों की जमीन पर कब्ज़ा नहीं कर सकेगा, भाजपा की सरकार ऐसा करने वालों की खाट खड़ी कर देगी।राजनाथ सिंह ने कहा कि झामुमो, कांग्रेस और राजद दगे हुए यानी फुस्स पटाखे हैं। जबकि, भाजपा ऐसी शक्तिशाली रॉकेट है जो झारखंड को नई ऊंचाईयों तक ले जाएगी। झारखंड और भाजपा का आत्मीय रिश्ता है। झारखंड बनाने का काम किसी और पार्टी ने नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी ने किया है। अटल बिहारी वाजपेयी का मानना था कि जब तक यह भू-भाग बिहार का हिस्सा बना रहेगा, हमारे गरीबों का, आदिवासियों का अपेक्षित विकास नहीं हो पाएगा, झारखंड अलग राज्य बनना ही चाहिए।उन्होंने कहा कि झारखंड को राज्य हमलोगों ने बनाया, यह सोचा था कि नवगठित झारखंड प्रदेश एक विकसित राज्य बनेगा। लेकिन, जब-जब कांग्रेस-झामुमो-राजद की हुकूमत रही, झारखंड डूबता चला गया, लगातार गरीबी बढ़ती चली गई। तेरह चीफ मिनिस्टर बने, उनमें से कई जेल भी गए, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हमारी भारतीय जनता पार्टी का कोई मुख्यमंत्री जेल नहीं गया। ये आते हैं तो अपना घर बनाने के लिए आते हैं, हमारी सरकार आती है तो हम झारखंड राज्य बनाने के लिए आते हैं। इनमें और हममें यही सबसे बड़ा फर्क है।