जबलपुर धर्मशाला की देखरेख करने वाले परिवार को धर्मशाला में ताला मार कर किया कैद, जांच में जुटी पुलिस
The family in charge of Jabalpur Dharamshala was locked and imprisoned in Dharamshala, police are investigating
जबलपुर के सदर इलाके में स्तिथ एक धर्मशाला की देखरेख करने वाले परिवार को धर्मशाला में ताला डालकर कैद करने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद क्षेत्र में हड़कंप का माहौल बन गया। पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस थाने में भी रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन पीड़ितों को किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हुयी है। बताया जाता है की शासकीय जिला चिकित्सालय के पूर्व सिविल सर्जन डॉ मुरली अग्रवाल का पुस्तैनी धर्मशाला है। लाला हरदयाल चन्द दास अर्जुन दास धर्मशाला की देखरेख करने के लिए डॉ मुरली अग्रवाल के पिता श्यामलाल अग्रवाल ने तीस साल पहले रैकवार परिवार को आजीवन धर्मशाला की देखरेख करने के लिए रखा था। धर्मशाला की देखरेख करने के लिए रैकवार परिवार को 100 रुपये महीने दिए जाते है। आज जब रैकवार परिवार जब धर्मशाला में कार्य कर रहा था तब डॉ मुरली अग्रवाल ने पुलिस लोगो को भेजकर रैकवार परिवार को धर्मशाला से बाहर करने का प्रयास किया। रैकवार परिवार जब धर्मशाला से बाहर नहीं निकला तो अग्रवाल परिवार ने धर्मशाला में बाहर से गेट में ताला लगा दिया। ताला लगाने के बाद रैकवार परिवार अंदर कैद हो गया जब लोगो को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने मिडिया वालो को खबर देकर मौके पर बुलाया और सच्चाई बतायी। पीड़ित रैकवार परिवार के लोगो का कहना है की बिना की नोटिस के डॉ अग्रवाल ने उन्हें धर्मशाला से अलग करने का प्रयास किया इस दौरान उन लोगो ने परिवार की महिलाओ के साथ मारपीट भी की। रैकवार परिवार का कहना है की उनका केस कोर्ट में चल रहा है इसके बावजूद डॉ अग्रवाल उन्हें बेदखल करने का प्रयास कर रहा है।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट