भिवंडी स्व.इंदिरा गांधी उपजिला अस्पताल प्रांगण की मुख्य सड़क पर नशेडियों और अतिक्रमण करियों का कब्जा
Bhiwandi - Due to the occupation of the main road of the premises of the late Indira Gandhi Sub-district Government Hospital in Bhiwandi by drug addicts and encroachers, patients and people coming to the hospital as well as ambulances providing essential services are facing a lot of trouble in commuting. The female employees of the hospital are facing a lot of trouble from the rowdy drug addicts. The main road of the hospital, which was built for the health services of the area with a population of more than 20 lakhs in Bhiwandi city and rural areas, has become an arena for drug addicts and illegal encroachers 24 hours a day and night. Apart from drug addicts, handcarts, and service centers for washing vehicles, outside ambulances etc., people are facing a lot of trouble. Not only this, due to this, many incidents of fights and molestation have also happened. But no concrete steps have been taken by the administration till now.
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी – भिवंडी स्व. इंदिरा गांधी उपजिला सरकारी अस्पताल प्रांगण की मुख्य सड़क नशेडियों और अतिक्रमण कारियों के कब्जा करने के कारण मरीजों व अस्पताल मे आने जाने वालों के अलावां अति आवश्यक सेवा देने वाली ऐंबुलेंश को आनेजाने के लिये भारी मुशीबत कि सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल की महिला कर्मचारियों को मनचले नशेडिंयों से भारी मुशीबत झेलनी पड़ रही है।
भिवंडी शहर व ग्रामीण क्षेत्रों की लगभग २० लाख से अधिक आवादी वाले क्षेत्र के स्वास्थ सेवा के लिये बनाया गया अस्पताल की मुख्य सड़क पर दिन और रात २४ घंटे नशेड़ियों और अवैध अतिक्रमण कारियों का अखाड़ा बन गया है। नशेडियों,हाथगाडी, तथा गाडियों के धुलाई के लिये सर्विस सेंटर के अलावां बाहरी एंबुलेंश आदि लोगों के कारण भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। यही नहीं इसी के कारण कई बार झगड़े और छेड़छाड़ की घघटनाएं भी हो चुकी हैं। लेकिन प्रशासन की तरफ से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अस्पताल की सड़क पर भंगार वाहन और निजी एंबुलेंस की अवैध पार्किंग की भी भरमार है। यह गाड़ियां सड़क के दोनों किनारों पर खड़ी होती हैं, जिससे रास्ता संकरा हो गया है। इमरजेंसी के समय एंबुलेंस और अन्य वाहनों का अस्पताल पहुंचना मुश्किल हो जाता है। सड़क के दोनों ऑटो रिक्शा,कार व आदि वाहनों की धुलाई के लिए अवैध अड्डे बने हुए है। जहां लगातार पानी और गंदगी फैलाई जाती है। इसके अलावा, सड़क के किनारे रेहड़ी-पटरी और हाथगाड़ियों का कब्जा है। जिससे सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। अस्पताल के मरीजों और उनके परिजनों के लिए यह अव्यवस्था असहनीय हो चुकी है। स्थानीय निवासियों और अस्पताल से जुड़े लोगों ने पालिका प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाए हैं। कई बार इस अव्यवस्था को लेकर शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी के चलते अस्पताल की सड़क पर अराजकता और अव्यवस्था बढ़ती जा रही है। अस्पताल की मुख्य सड़क पर अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह अव्यवस्था किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। स्थानीय लोग और मरीजों के परिजनों ने जिम्मेदार अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। अवैध पार्किंग की भरमार है। यह गाड़ियां सड़क के दोनों किनारों पर खड़ी होती हैं, जिससे रास्ता संकरा हो गया है। इमरजेंसी के समय एंबुलेंस और अन्य वाहनों का अस्पताल पहुंचना मुश्किल हो जाता है। सड़क के दोनों ऑटो रिक्शा,कार व आदि वाहनों की धुलाई के लिए अवैध अड्डे बने हुए है। जहां लगातार पानी और गंदगी फैलाई जाती है। इसके अलावा, सड़क किनारे रेहड़ी-पटरी और हाथगाड़ियों का कब्जा है। जिससे सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। अस्पताल के मरीजों और उनके परिजनों के लिए यह अव्यवस्था असहनीय हो चुकी है। स्थानीय निवासियों और अस्पताल से जुड़े लोगों ने पालिका प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाए हैं। कई बार इस अव्यवस्था को लेकर शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी के चलते अस्पताल की सड़क पर अराजकता और अव्यवस्था बढ़ती जा रही है। अस्पताल की मुख्य सड़क पर अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह अव्यवस्था किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। स्थाॄ़नीय लोग और मरीजों के परिजनों ने जिम्मेदार अधिकारियों से त तत्काल कार्रवाई की मांग की है।