आजमगढ़ चोरी का राजफाश ना होने पर व्यापारियों ने बंद रखी दुकाने,भाजपा नेता के नेतृत्व में पैदल मार्च निकालकर अंबेडकर प्रतिमा के सामने धरने पर गए बैठ

रिपोर्ट: सुमित उपाध्याय

अहरौला।/आजमगढ़। माहुल में 12 दिनों के अंतराल पर दो दुकानदारों के यहां हुई चोरी का खुलासा न होने के कारण शनिवार को बाजार बंद रहा।व्यापारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद कर भाजपा नेता सुजीत जायसवाल आंसू के नेतृत्व में बाजार में पैदल मार्च निकाल कर घटना के खुलासे की मांग को लेकर अम्बेडकर जी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए।
इस दौरान सूचना पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर किरन पाल सिंह ने व्यापारियों को समझा बुझा कर जल्द खुलासे का आश्वासन देकर देकर धरना समाप्त कराया।

 

 

 

ज्ञात हो कि 14 जून को बाजार के फूलपुर रोड स्थित सुनील गुप्ता के घर के सामने से 30पेटी शीतल पेय की चोरी हो गई। इसका खुलासा पुलिस कर ही नहीं पाई और 24 जून को यहां के शिवाजी मेन चौक पर पान की गुमटी से पान मसाला,सिगरेट और नकदी समेत 50 हजार की चोरी पुनः हो गई। व्यापारियों का कहना था कि शीतल पेय की चोरी की घटना के सीसीटीवी फुटेज अहरौला और माहुल चौकी की पुलिस को दिया गया फिर भी पुलिस हांथ पर हांथ धरे बैठी रह गई। धरना और प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों का नेतृत्व कर रहे भाजपा नेता सुजीत जायसवाल ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की शिथिलता के कारण आए दिन बाजार में चोरी हो रही। पुलिस अगर पहली चोरी की घटना का समय रहते पर्दाफाश कर देती तो बाजार के मुख्य चौक पर चोरी नही होती। उन्होंने यह भी कहा कि बाजार में नगर पंचायत द्वारा 10 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए है और ये कैमरे घटना के समय बंद रहे।

 

 

 

व्यापारियों के दुकान बंद और धरना प्रदर्शन की सूचना पर क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर किरन पाल सिंह के धरनास्थल पर पहुंचने पर सिलसिलेवार घटना की जानकारी देते हुए ब्यापारियो ने मुकामी पुलिस पर शिथिलता बरतने का आरोप लगाते हुए घटना के जल्द खुलासे की मांग की।क्षेत्राधिकारी ने व्यापारियों की मांग को मानते उन्हे जल्द से जल्द खुलासे का आश्वासन दिया। तब जा कर ब्यापारीगण अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त किये।
व्यापारियों का यह विरोध प्रदर्शन नौ बजे से शुरू होकर दिन में 11 बजे तक चला।

 

 

 

इस मौके पर अमित जायसवाल,अखिलेश अग्रहरि, जनार्दन चौरसिया, विकास अग्रहरी, सुनील गुप्ता, विनोद सोनी,राहुल आदि प्रमुख रूप से रहे।

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