शोभापुर रज़ा मंज़िल में तीन बच्चियों ने रखा रमजान का रोजा, और एतेकाफ मे बेठ कर अल्लाह से मांगी ये दुआ
मध्य प्रदेश बैतूल से शेख इकबाल की खास रिपोर्ट
मुस्लिम समाज के पवित्र माह रमजान में रोजा रखने वालों पर अल्लाह की रहमत की बारिश होती है. माना जाता है कि रमजान के माह में अल्लाह हर एक नेकी के बदले कई गुणा नेकियों का सबाब अता फरमाते हैं. रमजान का रोजा बड़ों के साथ-साथ मासूम बच्चे भी रख रहे थे . सारनी शहर के शोभापुर रज़ा मंजिल निवासी फैयाज़ खान की 8 साल की बेटी जेनब कोसर , जमज़म खान, ताजवी खान ने
भी रखे रमजान के पुरे रोजे और अपने खुदा से दुआ मांगी की अपने मुल्क की खुशहाली हो तरक्की हो और हमारा मुल्क और तरक्की करे एवं भाई चारा सदा बना रहे
जमज़म ने कहा हर एक नेकी के बदले 70 नेकियों का सवाब अता फरमाते हैं अल्लाहः रोजा रखने से अल्लाह खुश होते हैं. इसलिए मैंने रोजा रखा है. ताजवी ने बताया कि रमजान के माह में रोजा रखने से अल्लाह हर एक नेकी के बदले 70 नेकियों का सवाब अता फरमाते हैं. इसलिए मैंने भी रोजा रखा है. वही जैनब कोसर ने बताया कि इफ्तार के समय घरवालों के साथ इफ्तार करना अच्छा लगता है. इफ्तार के समय जैनब ने अल्लाह से दुआ भी मांगी. उसने आगे कहा कि इफ्तार के समय की दुआ कबूल होती है.
जमज़म खान, ताजवी खान, और जैनब कोसर इन तीनो बच्चो के जिद के आगे झुके घरवालेः घरवालों ने बताया कि गर्मी को देखते हुए हमलोंगाों ने तीनो बच्चो को बड़ी होने पर रोजा रखने का सलाह दिया, लेकिन उसने जिद कर दी की उसे रोजा रखना है. बच्ची की जिद के बाद घर वाले भी तीनो बच्चो के रोजा रखने की बात मान गए और वे इस बात को लेकर बेहद खुश भी हैं. तीनो बच्चो को फूल माला पहनाकर इफ्तार देकर बैठा या गया. तीनो बच्चो ने भी घरवालों के साथ में इफ्तार किया.
जैनब के पिता फैयाज़ खान ने बताया कि जमज़म और ताजवी हमारे बड़े भाई मरहूम मास्टर फिरोज खान की बेटियां है अल्लाह पाक हमारे भाई को जन्नत आता करे बहन में सबसे छोटी जैनब ही है. दादा आलम क़ादरी ने बताया घर के अन्यलोगों को देख कर तीनो बच्चो ने भी रोजा रखा हैऔर एतेकाफ मे बैठी . हमारी दुआ है अल्लाब बच्ची के जीवन को खुशियों से भर देंगे.