मतदान जागरूकता के लिए स्कूली बच्चों ने दी शानदार नाटक की प्रस्तुति यूथ आइकॉन ने शिक्षकों को दिलाई मतदाता जागरुकता की शपथ
मध्य प्रदेश बैतूल से शेख इकबाल की खास रिपोर्ट
बैतूल। मतदान जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए श्री श्री ज्ञान मंदिर विद्यालय हमलापुर में जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशानुसार, स्वीप जिला नोडल अधिकारी अक्षत जैन के मार्गदर्शन में मतदान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वीप जिला यूथ आइकॉन अभिलाषा बाथरी ने विद्यालय में शाला परिवार को मतदाता जागरुकता की शपथ दिलाई।कार्यक्रम के अंतर्गत, स्कूल के बच्चों ने एक नाटक का आयोजन किया जिसका मुख्य उद्देश्य मतदान में लोगों की भागीदारी को बढ़ाना था। यह नाटक बच्चों द्वारा अभिनीत और संचालित किया गया, जिन्होंने उत्कृष्ट अभिनय और संदेश को सराहनीय ढंग से प्रस्तुत किया। इसमें नागरिकता के महत्व, मतदान की अहमियत, और नागरिकों के कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित किया गया।विद्यालय की संस्था प्रमुख जयश्री शाह के मार्गदर्शन में मनीष वंदना, सारिका, दिशा, गणेश, रुद्र, विराट, अमित, वैष्णवी अनमोल आदि बच्चों ने मिलकर मतदाता जागरुकता पर भैया भाभी, चाचा चाची, दादा दादी, नाटक देखो नाटक देखो आ रहा चुनाव का त्योहार, वोट दो वोट दो गीत गाकर नाटक प्रस्तुत किया। नाटक के माध्यम से संदेश दिया कि किन कारणों से मतदाता मतदान करने नहीं जाते हैं, हमें किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना मतदान करना चाहिए। सारे काम छोडो सबसे पहले वोट दो। नाटक का अंत सब वोट दीजिए, सब वोट दीजिए, लोकतंत्र का सम्मान कीजिए गीत से किया।
— आज के बच्चे भविष्य के भावी मतदाता–
जयश्री शाह ने कहा कि आज के बच्चे भविष्य के भावी मतदाता है। लोकतंत्र की गरिमा वोट की प्रतिष्ठा इस उम्र से समझना आवश्यक है। मतदान संस्कार के रूप में स्वीकार करना चाहिए। इसके पूर्व हमने विधानसभा चुनाव में भी रेलवे स्टेशन, कोठी बाजार चौराहा अन्य जगह पर बच्चों के द्वारा मतदाता जागरुकता के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया था। लोकसभा चुनाव के लिए भी जगह-जगह पर हम नाटक के माध्यम से मतदान के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। यूथ आईकॉन ने तालियां बजाकर बच्चों की प्रशंसा करते हुए कहा कि नाटक दिखाकर मतदान करने के लिए लोगो को प्रेरित कर मतदान के महत्व को समझाते हुए बेहतर राष्ट्र निर्माण की ओर संदेश दिया है। चुनाव में सब की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नाटक का प्रस्तुतीकरण सराहनीय है।