आजमगढ़:क्यों नहीं होगी योगी सरकार बदनाम जब कुर्सी पर बैठे कुछ वर्दी धारी ही करेंगे ऐसा काम,योगी हम तो लुटगए तेरे राज मे जाने तुझको खबर कब होगी,बुरा हो इस वर्दी वाले का कर बैठा मनमानी,रिश्वत लेकर सस्पेंट हुआ तो होगया पानी पानी,हायरे योगी हमतो लुट गए तेरे राज मे जाने तुझको खबर कब होगी
Azamgarh: Why won't the Yogi government be defamed when some uniformed men sitting on the chair will do such things, Yogi we have been looted in your rule, don't know when you will get to know, bad luck to this uniformed man, he did as he pleased, when he was suspended after taking bribe, he was disgraced, hey Yogi we have been looted in your rule, don't know when you will get to know
रिपोर्ट: रोशन लाल
पुलिस चौकी इंचार्ज सुल्तान सिंह को 55000₹ लेना पड़ा भारी पुलिस अधीक्षक ने किया लाइन हाजिर और अगले कार्यवाई की तैयारी,जब मंडल अध्यक्ष विक्रांत सिंह की शिकायत पर पुलिस ने किया लाइन हाजिर की किया कार्यवाई,तब सुल्तान सिंह गली गली मे देरहा है ईमानदारी से नौकरी करने और कभी भी भी रिश्वस्त न लेने की दुहाई
आजमगढ़ जिला के देवगांव कोतवाली अंतर्गत लहूआ खुर्द निवासी अनिल जायसवाल ने बताया की वह आराजी मौजा लहुवा खुर्द में एक जमीन बैनामा लिया था और उस जमीन में निर्माण कार्य करा रहा था तभी पुलिस चौकी इंचार्ज सुल्तान सिंह आए और काम को बंद करा दिए बोले की जब तक पच्चीस हजार रुपए नहीं दोगे तब तक हम निर्माण कार्य नहीं होने देंगे तुम्हारे ऊपर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज देंगे प्रार्थी डर कर पुलिस चौकी इंचार्ज के खाते में पच्चीस हजार रुपए दिनांक 22 मई 2024 को ऑनलाइन भेज दिया इस बात की जानकारी होने पर पल्हना मण्डल अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने पुलिस चौकी इंचार्ज की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए दबंग पुलिस चौकी इंचार्ज सुल्तान सिंह को और उनके सहयोगी सिपाही विनोद यादव को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया तथा मामले की जांच के लिए सी ओ लालगंज को सौंपा गया है l पुलिस विभाग के कुछ ऐसे ही लोग अपने कार्यो से सरकार को बदनाम करते हैं ऊँगली पूरे विभाग पर उठती है l वहीं मंडल अध्यक्ष विक्रांत सिंह का आरोप है कि चौकी इंचार्ज के खिलाफ सभी सबूत देने के बाद भी पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच के नाम पर लीपा पोती की जा रही है उधर पीड़ित पर दबाव बनाकर जबरदस्ती लिखवाया जा रहा है कि मैं कोई कार्यवाही नहीं चाहता हूँ l सवाल यह उठता है अगर पीड़ित को कार्यवाही नहीं चाहिए थी तो मुख्यमंत्री पोर्टल से लेकर आला अधिकारीयों तक शिकायत ही क्यों करता क्या इसी तरह भ्रष्टाचार समाप्त होगा l जबकि पीड़ित ने जो ऑनलाइन पेमेंट भेजा है वह 22 मई को 25000 व 25मई को 10000 तथा 30 मई को 20000 रूपये सुल्तान सिंह चौकी इंचार्ज के खाते में भेजा है कुल 55000 रूपये लेकर भी पीड़ित को ही परेशान किया जा रहा तथा शिकायत करने वाले मंडल अध्यक्ष को भी दबाव बनाया जा रहा है यह कैसी पारदर्शिता है l