कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उपचुनाव के लिए हुआ मतदान
जनपद के तीन ग्राम प्रधान और एक क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए हुए मतदान के मतों की गणना की जाएगी 21 फरवरी को
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। जनपद के पंचायत उपचुनाव में 3 प्रधान और एक बीडीसी के रिक्त पदों के लिए बुधवार को सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ। शुरुआत में वोटिंग की रफ्तार थोड़ी धीमी रही। लेकिन दोपहर के बाद मतदान की रफ्तार बढ़ी। मतदान के मद्देनजर सभी बूथों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। साथ ही मजिस्ट्रेट बूथों का निरीक्षण करते रहे। वहीं एसपी भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
इस दौरान विकासखंड डीघ के ग्राम पंचायत बनकट उपरवार, औराई के ग्राम पंचायत सरायबाबू, ज्ञानपुर के ग्राम पंचायत बनकट ज. छनौरा एवं एक सदस्य क्षेत्र पंचायत पद व सुरियावां के वार्ड संख्या 41 का पद रिक्त चल रहा था। सभी पदों के लिए आज मतदान हुआ। बूथों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गई थी। हालांकि शुरुआत में वोटिंग की रफ्तार काफी धीमी रही। लेकिन दोपहर के समय मतदान की रफ्तार बढ़ी। सायं 5 बजे मतदान समाप्त हो गई। साय 5 बजे वोटिंग समाप्ति के बाद विकासखंड डीघ के ग्राम पंचायत बनकट उपरवार में ग्राम प्रधान पर के लिए 45.83 फीसदी मतदान हुआ। यहां पर कुल 4231 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
औराई के ग्राम पंचायत सरायबाबू में ग्राम प्रधान पद के लिए 59.71 प्रतिशत मत डाले गए। यहां कुल 2172 लोग ने वोट डाले। ज्ञानपुर के ग्राम पंचायत बनकट ज. छनौरा में ग्राम प्रधान पद के लिए 59.79 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला। कुल 2032 लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं सुरियावां के वार्ड संख्या 41 के बीडीसी पद के लिए 38.29 प्रतिशत मतदान हुआ। जहां पर 1580 मत पड़े। मतदान को लेकर लोगों में कुछ खास उत्साह नहीं दिखा। जिसके चलते मतदान का प्रतिशत कम रहा। सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतपेटी में कैद हो गया। 21 फरवरी को मतों की गणना होगी। मतदान के मद्देनजर एसपी अभिमन्यु मांगलिक द्वारा अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मतदान केंद्र प्राथमिक विद्यालय बनकट छनौरा, प्राथमिक विद्यालय उपरवार का भ्रमणशील रहकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। वहीं मतदान प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष व पारदर्शी से संपन्न कराए जाने के दृष्टिगत पुलिस उच्चाधिकारियों सहित ड्यूटीरत पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे थे।