मनरेगा से कराई जाएगी खेतों की मेड़बंदी, 50 लाख होंगे खर्च

रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स

 

बलिया ब्यूरो

 

इस वर्ष मनरेगा से जल संचयन व भूमि क्षरण रोकथाम के कार्य अधिक होंगे। इसमें सबसे अधिक 50 लाख की धनराशि मेड़बंदी पर खर्च किए जाएंगे। इससे जल संरक्षण के साथ ही मिट्टी क्षरण रुकेगा जिससे किसानों को फायदा मिलेगा।

 

 

मनरेगा में जल संचयन से संबंधित कार्यों पर जोर है। इसके तहत खासकर चेक डैम (खेतों की मेड़बंदी) कार्य के साथ ही नए तालाबों का निर्माण, पुराने तालाबों की सफाई आदि

 

कार्य कराए जाते हैं। मनरेगा के तहत इस वर्ष 2024-25 में किसानों के खेतों में अधिक से अधिक खेतों की मेड़बंदी निर्माण कराने का प्रस्ताव है।

 

विभागीय अधिकारी के अनुसार चेक डैम उन स्थानों पर बनाया जाएगा जहां बारिश होने पर जल का बहाव तेज होता है और मिट्टी का क्षरण भी होता है। बताया कि चेकडैम

 

निर्माण पर 50 लाख का प्रावधान किया गया है लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इसे बढ़ाया जा सकता है।

 

 

 

50 पुराने तालाबों का होगा पुनरुद्धार, 25 नए भी बनेंगे

 

वर्ष 2024-25 में मनरेगा से 50 तालाबों का पुनरुद्धार व 25 नए तालाब बनाने की भी योजना है। खासकर उन तालाबों का पुनरुद्धार किया जाएगा जिन तालाबों पर बीते तीन वर्ष में कार्य नहीं कराए गए हैं।

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