दरोगा और पब्लिक के बीच हुआ वाद विवाद,

जिला संवाददाता, विनय मिश्र,देवरिया।

देवरिया।

बरहज थाना क्षेत्र के सतरांव पुलिस चौकी इंचार्ज वीरेंद्र कुशवाहा सोमवार की शाम को गश्त पर थे। सूत्रों का कहना है कि बाजार स्थित देशी शराब की दुकान के समीप खड़े एक व्यक्ति को वहां से हटने के लिए चौकी इंचार्ज कह रहे थे। वह व्यक्ति हटने की बजाय वहीं खड़ा रहा और चौकी इंचार्ज से उलझ गया। सूत्रों का कहना है कि एक तरफ से गाली और दूसरी तरफ से लाठी की आवाज गूंजने लगी। देखते ही देखते लोगों की भींड जमा हो गई। बताया जाता है कि थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी भी आ गई और पति की पिटाई देख वह दरोगा से भींड गई। यह तमाशा देख भींड ने हूटिंग शुरु कर दिया। मौके की नजाकत देख चौकी इंचार्ज भाग खड़े हुए और अंधेरे में कहीं छिप गए। सूत्र का कहना है कि कुछ देर बाद वहां खड़ी एक कार में किसी ने तोड़फोड़ कर दिया और पुलिस चौकी के पास खड़ी बुलेट गाड़ी में आग लगा दिया। स्थिति बिगड़ती देख किसी ने पुलिस को सूचना दिया। देखते ही देखते आधा दर्जन थानों की पुलिस फोर्स पहुंच गई। क्षतिग्रस्त कार और जली बुलेट गाड़ी को आनन-फानन में पुलिस ने थाने भेज दिया। सूत्रों का कहना है कि क्षतिग्रस्त कार और बुलेट पुलिस चौकी इंचार्ज की है। विवाद को देखते हुए चौकी इंचार्ज को रातों-रात हटा कर बरहज बाजार पुलिस चौकी इंचार्ज प्रभुनाथ यादव को सतरांव भेज दिया गया। सबसे आश्चर्यजनक यह है कि इतना बड़ा विवाद होने के बाद भी किसी तरफ से शिकायत नहीं किया गया है। सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि पुलिस भी पूरे मामले में चुप्पी साध बैठी है। पुलिस महकमे के अलावा सतरांव सहित पास-पड़ोस के गांवों में इस घटना की खूब चर्चा हो रही है। कार के क्षतिग्रस्त होने और बुलेट के जलने के बाद भी दरोगा वीरेंद्र कुशवाहा का कहना है कि मेरे साथ कोई विवाद नहीं हुआ है, एसएचओ बरहज से पूछ लिजिए।

क्षेत्राधिकारी बरहज आदित्य कुमार गौतम ने बताया कि सतरांव में चेकिंग के दौरान चौकी इंचार्ज से विवाद हुआ था। बुलेट जलाने और कार क्षतिग्रस्त करने जैसी कोई बात नहीं है।

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