मां के नाम पर पेड़ लगाया तो इसे बचाने की जिम्मेदारी भी हमारी : सीएम योगी

If we plant a tree in the name of our mother, then it is our responsibility to protect it: CM Yogi

लखनऊ, 20 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी की कुल आबादी 25 करोड़ है, हम 36.50 करोड़ पौधारोपण कर रिकॉर्ड तोड़ने जा रहे हैं। ऐसे में राज्य में आज एक दिन के भीतर हर मातृशक्ति के नाम पर तीन पेड़ लगाने जा रहे हैं। सुबह से अब तक लगभग 18 करोड़ पौधे रोपे जा चुके हैं। हमें पौधों को लगाना, बचाना और इसके जरिए पर्यावरण को संरक्षित करना है।उन्होंने कहा कि मां के नाम पेड़ लगाया तो बचाने की जिम्मेदारी भी हमारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में एक दिन (20 जुलाई) में 36.50 करोड़ पौधारोपण महाअभियान का शुभारंभ किया।सीएम योगी ने पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ को समर्पित ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान-2024’ के तहत पौधा लगाया।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर देशवासियों से ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने का आह्वान किया था। पर्यावरणविद् चिंतित हैं कि दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग सृष्टि के लिए नया संकट खड़ा करने जा रहा है। यह संकट मनुष्य के स्वार्थ से पैदा हुआ है, इसलिए इसे नियंत्रित करने की जिम्मेदारी भी मनुष्य पर ही होनी चाहिए। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के संवैधानिक मुखिया के रूप में पीएम मोदी का यह आह्वान हर भारतवासी के लिए मंत्र बनना चाहिए। पांच जून के बाद से प्रदेश में लगातार पौधरोपण महाअभियान के साथ ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने का यह गौरव लगभग हर परिवार को प्राप्त होने जा रहा है।सीएम योगी ने कहा कि गत वर्ष बड़े इलाके में अक्टूबर में बाढ़ आई थी। बाढ़ का समय अगस्त से मध्य सितंबर तक रहता है। पहली बार जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही बाढ़ की विभीषिका झेलने को मजबूर होना पड़ा था। इससे यूपी के 24 जनपद, 20 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित रही। नेपाल व उत्तराखंड की अतिवृष्टि के कारण बाढ़ की चपेट में आए। यह ग्लोबल वार्मिंग का दुष्प्रभाव है। इस बार मई-जून का महीना लंबे समय तक याद रहेगा। यहां का तापमान अमूमन 42-45 रहता था, लेकिन इस बार यह 47-50 तक पहुंचा। यह दुष्प्रभाव जल का संकट भी खड़ा करेगा। कहीं असमय बारिश तो कहीं सूखे का संकट होगा। इसके कारण होने वाले परिवर्तन से कई जगहों पर अकाल पड़ने की भी संभावना दिखेगी।उन्होंने कहा कि वैश्विक संस्थाओं ने उनके कार्यों का निरीक्षण किया। ऐसे 10 किसानों को यहां कार्बन क्रेडिट के रूप में धनराशि उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई। सरकार के प्रयास का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश सरकार को इसके लिए 200 करोड़ का अनुदान प्राप्त हो रहा है। कार्बन उत्सर्जन रोकने में इन पेड़ों ने भी बड़ी भूमिका निभाई है। पांच वर्ष तक किसानों को लगातार यह धनराशि मिलेगी। पहले चरण में 25 हजार किसानों को इस सुविधा का लाभ प्रदान कर रहे हैं।सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ सहित छह जिलों को मिलाकर आर्थिक प्रगति के नए मानक के रूप में स्थापित करने के अभियान के रूप में कल ही स्टेट कैपिटल रीजन का गठन किया गया। विकास का लाभ लंबे समय तक लोगों को तब मिलेगा, जब भौतिक विकास के साथ उससे होने वाली पर्यावरणीय क्षति को न्यूनतम स्तर तक पहुंचाया जाएगा।सीएम योगी ने कहा कि 50 साल पहले कुकरैल नदी गोमती मे मिलती थी। 1984 के बाद भूमाफिया ने अपने स्वार्थ के लिए इसे पाटना शुरू किया, जिससे यह नदी नाला में तब्दील हो गई और बस्तियों के ड्रेनेज को उड़ेलने का माध्यम बन गई। एक तरफ नदी को मारा गया तो दूसरी तरफ गोमती नदी को भी प्रदूषित किया गया। लखनऊ में आकर गोमती काली हो गई। प्रदेश सरकार ने तय किया कि कुकरैल में नाइट सफारी बनाएंगे।

सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र के अतिक्रमण को हटाया गया। जिनकी रजिस्ट्री थी, प्रशासन की मदद से एलडीए ने परिवारों को एक-एक आवास देकर पुनर्वास किया। जिन भूमाफिया ने जमीन के धंधे से जुड़कर लोगों को ठगा, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़कर एलडीए ने इसे खाली करवाया।

Related Articles

Back to top button