वाईएसआरसीपी सांसद ने आंध्र प्रदेश में चुनाव बाद हिंसा की शिकायत केंद्र से की

YSRCP MP complains to Center about post-poll violence in Andhra Pradesh

विशाखापट्टनम, 13 जून:वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने गुरुवार को कहा कि आंध्र प्रदेश में चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा की शिकायत केंद्र सरकार से की गई है।

 

 

 

 

 

वाईवी सुब्बा रेड्डी ने पत्रकारों को बताया, “वाईएसआर कांग्रेस ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ज्ञापन भेजा है। पार्टी ने राज्यपाल से शिकायत की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से संपर्क किया।”

 

 

 

 

 

 

सुब्बा रेड्डी ने कहा कि उन्होंने वाईएसआरसीपी नेताओं और उनकी संपत्ति के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए आदेश देने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की है। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, इसलिए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय, राज्य सरकार, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को हमलों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के आदेश देने की मांग की है।

 

 

 

 

 

 

याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से अपील की कि वह पुलिस को हमलों की शिकायतों पर तुरंत एफआईआर दर्ज करने और कानून के अनुसार सख्त कदम उठाने का आदेश दे। इसके अलावा उन्होंने हिंसा की घटनाओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल के गठन का आदेश देने की भी मांग की।

 

सुब्बा रेड्डी ने अपनी याचिका में पीड़ितों और उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षा देने का आदेश देने का भी अपील की है।

 

 

 

 

 

इस बीच, वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता वी. विजयसाई रेड्डी ने आरोप लगाया कि टीडीपी गुंडों का पार्टी समर्थकों पर हमला और हिंसा करना राज्य में कानून-व्यवस्था के बिगड़ने को दर्शाता है। उन्होंने हिंसक घटनाओं के वीडियो में नजर आने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 

 

 

 

 

वाईएसआरसीपी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य को दिए गए अपने ज्ञापन में आरोप लगाया कि चुनाव के बाद तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और जन सेना द्वारा की गई हिंसा में कई लोग मारे गए हैं। दावा किया गया है कि आगजनी और तोड़फोड़ के कारण घरों और व्यवसायों समेत निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है।

 

 

 

 

 

विपक्षी पार्टी का कहना है कि हमलों ने प्रभावित क्षेत्रों में निवासियों के बीच डर और तनाव को बढ़ा दिया है। इससे दैनिक जीवन बाधित हुआ है।

Related Articles

Back to top button