शिक्षा मित्रों को सरकार वेतन नहीं दे सकती तो बढ़ाए उनका मानदेय: नेता प्रतिपक्ष
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने किया शिक्षकों के साथ बैठक
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव सोमवार को नगर में पहुंचे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं भदोही गर्ल्स इंटर कॉलेज के प्रबंध कार्यकारिणी सदस्य मो.हसनैन अंसारी के साथ नेता प्रतिपक्ष विद्यालय में पहुंचकर शिक्षकों के बैठक की। जहां उनकी समस्याओं को जाना। इससे पूर्व कॉलेज की प्रिंसिपल नीलम सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों ने उनका स्वागत किया।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों की आर्थिक स्थिति मनरेगा मजदूरों से भी बदतर हो गई है। वें इतने कम मानदेय में अपने परिवार का परवरिश नहीं कर पा रहे हैं। सरकार से मांग की गई है कि वह ट्रेजरी से वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय दें। क्योंकि प्रबंधक के पास आय का कोई स्रोत नहीं है। इसलिए वह मिलने वाले फीस से ही बंटवारा करते हैं। 2000 मिलें चाहे तीन या चार हजार मिलें। वह फीस से ही हो पाता है। उनके पास आय का कोई अन्य स्रोत नहीं होता। उन्होंने कहा कि शिक्षा मित्र अखिलेश यादव की सरकार में 30 हजार रुपया वेतन पा रहे थे। इस सरकार ने 10 हजार रुपया कर दिया। सरकार से मांग की गई है कि अगर आप इनको वेतन नहीं दे सकते हैं तो इनका मानदेय ही बढ़ा दीजिए। ताकि इनके परिवार का जीवनयापन सही ढंग से हो सकें। सदन में मांग उठाने के बावजूद भी सरकार हीलाहवाली कर रही है। श्री यादव ने कहा कि विधान परिषद में सरकार द्वारा लाए गए नजूल लैंड के प्रस्ताव का विरोध किया गया। भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीड़ा) द्वारा तैयार किया गया महायोजना-2041 जनहित में ठीक नहीं है। इसका भी विरोध किया जाएगा। इसको रद्द करने की मांग को लेकर सदन में आवाज उठाएंगे। कॉलेज की प्रिंसिपल ने उनके सामने विद्यालय में शौचालय व एक भवन निर्माण आदि की मांग को रखा। उन्होंने निर्माण का आश्वासन दिया।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश कुमार उपाध्याय, जिलाध्यक्ष कमलेश कुमार, जिला महामंत्री छेदीलाल यादव व रेहान नवाज आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।