डॉक्टर को सस्पेंड किया जाएगा, लिंग परीक्षण केंद्र चलाने में स्वास्थ्य विभाग की भूमिका की भी जांच होगी
The doctor will be suspended, the role of the health department in running the gender testing center will also be investigated
नई दिल्ली:। उत्तर प्रदेश में हापुड़ के राजीव नगर (गढ़मुक्तेश्वर) में अवैध रूप से संचालित लिंग परीक्षण केंद्र का हरियाणा राज्य की ओर से गठित टीम ने पर्दाफाश किया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के क्रियाकलाप पर संदेह और लापरवाही के आरोप लगे हैं। अब लिंग परीक्षण केंद्र के संचालन में स्वास्थ्य विभाग की भूमिका की जांच होगी और डॉक्टरों के निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग प्रशासन की लापरवाही, कर्तव्यहीनता तथा भूमिका के संबंध में जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव को एक हफ्ते के भीतर जांच का विवरण पेश करने के निर्देश दिए हैं।
डिप्टी सीएम ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि फतेहपुर के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके गुप्ता द्वारा सरकार, शासन-प्रशासन के खिलाफ अभद्र एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव को आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
तबादला आदेश और उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना करना डॉक्टर को भारी पड़ा है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने डॉक्टर को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। डॉक्टर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
चंदौली के पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त चिकित्सालय के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. श्यामधर बिंद का शासन ने स्थानांतरण कर दिया। डॉ. श्यामधर बिंद ने स्थानांतरण आदेश का अनुपालन न करने तथा उच्च आदेशों की अवहेलना की। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना को गंभीरता से लिया है।