CM योगी ने किया गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण, बोले – आजमगढ़ अब आतंक नहीं, साहस का गढ़ है
रिपोर्ट:सुमित उपाध्याय
अहरौला/आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आजमगढ़ के सलारपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ समेत कई वरिष्ठ नेता एवं अधिकारी मौजूद रहे। लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनता ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका जोरदार स्वागत किया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 1857 की क्रांति के नायक वीर कुंवर सिंह ने स्वतंत्रता की जो जंग लड़ी, यदि तब हमारे पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बेहतर कनेक्टिविटी होती, तो देश और पहले आज़ाद हो गया होता।” उन्होंने कहा कि आजमगढ़ अब आतंक का नहीं, साहस और समर्पण का प्रतीक बन चुका है।विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि, “जो नेता कभी जाति और धर्म के नाम पर वोट मांगने आते थे, उन्होंने पूर्वांचल को विकास से वंचित रखा। लेकिन आज प्रयागराज से सोनभद्र तक गंगा एक्सप्रेसवे और अन्य परियोजनाएं पूर्वांचल को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जा रही हैं।”
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल की विकास रेखा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर के जैतपुर (एनएच-27) से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ता है। यह परियोजना गोरखपुर, संतकबीरनगर, आंबेडकरनगर और आजमगढ़ जैसे चार महत्वपूर्ण जिलों से होकर गुजरती है।इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत ₹7283.28 करोड़ है, जिसमें भूमि अधिग्रहण की लागत भी शामिल है। भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तारित करने की योजना है, जिससे यातायात और व्यापारिक गतिविधियों को और गति मिलेगी। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद लोगों के समय में करीब 2 घंटे की होगी बचत ।मुख्यमंत्री योगी के इस दौरे और लोकार्पण समारोह से पूर्वांचल में विकास की रफ्तार को और बल मिलेगा। आजमगढ़ जैसे क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्र में भी नया अध्याय शुरू होगा।