आजमगढ़ में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर वृहद स्वास्थ्य शिविर का आयोजन,मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता पर जोर

रिपोर्ट:हाजी रज्जाक अंसारी

अतरौलिया/आजमगढ़:राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य वृहद शिविर का आयोजन, सुसाइड डिप्रेशन दिवस के रूप में मनाया गया। बता दे की प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य बृहद शिविर का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया पर डॉ एस डी खान के नेतृत्व में किया गया ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा लालगंज नीरज तिवारी ने फीता काटकर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया, ततपश्चात उपस्थित डॉक्टरों की टीम ने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के निराकरण हेतु आए हुए मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर इलाज किया तथा पंपलेट के माध्यम से लोगों को जागरुक भी किया गया ।स्वास्थ्य अधीक्षक डॉक्टर एस डी खान ने बताया कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक व्यक्ति, विशेष रूप से आबादी के सबसे कमजोर और वंचित वर्ग, को निकट भविष्य में न्यूनतम मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और उपचार की सुविधा मिले। मानसिक स्वास्थ्य में हमारा भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण शामिल होता है। यह हमारे सोचने, समझने, महसूस करने और कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करता है। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अपनी स्वास्थ्य की परिभाषा में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी शामिल करता है। आजमगढ़ से आए मनोचिकित्सा सौरभ कुमार ने बताया कि
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनएमएचपी) भारत में सभी व्यक्तियों को सुलभ और सस्ती मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से 1982 में शुरू की गई एक सरकारी योजना है। ऐसे विकारों में ऑटिज्म, अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी), बाइपोलर डिसऑर्डर, मेजर डिप्रेशन और सिज़ोफ्रेनिया शामिल हैं। लक्षण ओवरलैप हो सकते हैं और इसलिए इन 5 प्रमुख मनोरोग सिंड्रोमों के बीच अंतर करना मुश्किल हो सकता है। याददाश्त जाना, समय के साथ दिमाग का कम काम करना, ठीक से बोलने और समझने में परेशानी, बातें बनाना, भटकाव, शाम के समय भ्रम की स्थिति, सामान्य चीज़ें न पहचान पाना, या सुध-बुध खोना. उदासी या दिलचस्पी खोने की सतत भावना जैसी गंभीर अवसाद की विशेषताएं कई व्यावहारिक और शारीरिक लक्षणों की ओर ले जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी में तेजी से डिप्रेशन तनाव अनिद्रा या सुसाइड जैसी बीमारियां पनप रही हैं इसके कई कारण है। नींद कम आना या बहुत ज्यादा सोना, उलझन घबराहट या बेचैनी, मन में उत्साह की कमी आदि। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को समय-समय पर जागरूक किया जा रहा है। मुख्य अतिथि नीरज तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ लोगों तक आसानी से पहुंचे जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार प्रयास कर रही है। यह सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है की आज समाज के सबसे निचले स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है ।इस मौके पर डॉ शिवाजी सिंह, डॉक्टर अमरजीत यादव, डॉ राजकुमार, बीपीएम शिवकुमार, चंद्रगुप्त मौर्य, विनोद गुप्ता ,आशा ,एएनएम, सी एच ओ समेत लोग मौजूद रहे।

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