Azamgarh news:आइ एम ए भवन में उपस्थित पदाधिकारी डॉक्टरों द्वारा डॉक्टर नदीम की समस्या को लेकर की गई प्रेस वार्ता
Azamgarh:Press conference was held by the official doctors present in IMA Bhawan regarding the problem of Dr. Nadeem
आजमगढ़ बलरामपुर से बबलू राय
आजमगढ़ जनपद के जुनैद गंज चौराहा स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी डॉक्टरों द्वारा रविवार को दोपहर में अपने संगठन के डॉक्टर नदीम की समस्याओं को देखते हुए एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता के दौरान डॉक्टर नदीम (ऑर्थोपेडिक्स सर्जन) तथा उनकी पत्नी डॉक्टर रेहाना (गाइनों सर्जन) ने बताया कि शहर के मेडिकल व्यवसायी मयंक कुमार गुप्ता के साथ 2023 में बलरामपुर स्थित एक किराए के भवन में संयुक्त रूप से आयुष्मान भारत हॉस्पिटल का संचालन किया गया। कुछ दिनों बाद आपस में मनमुटाव के चलते डॉक्टर नदीम वहां से हटकर हॉस्पिटल का निर्माण कराने के लिए एक जमीन रजिस्ट्री करवाई और एडीए ने नक्शा भी पास कर दिया और मकान बनाने के लिए कुछ मटेरियल भी आ गया तभी मयंक गुप्ता द्वारा स्टे आर्डर लाकर रोकवा दिया गया। मेरे द्वारा भी कोर्ट से स्टे ऑर्डर लाया गया लेकिन पुलिस विभाग द्वारा मेरा सपोर्ट न करके मयंक गुप्ता भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष हैं उन्हीं का सपोर्ट किया जा रहा है। थक हार कर इस मामले में डॉक्टर नदीम द्वारा अपने संगठन का सपोर्ट लिया गया। इस मामले में संगठन की पदाधिकारी डॉक्टर डीपी राय ने कहा कि हम लोग इस मामले में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक तथा कोतवाल से मिलकर उचित न्याय की गुहार लगाएंगे मयंक गुप्ता और डॉक्टर नदीम में पहले सब क्या हुआ जमीन कैसे ली गई कैसे बनवाया जा रहा था। इन सब मामलों से संगठन से कोई मतलब नहीं है। संगठन केवल न्याय चाहता है। जिसके लिए आज प्रेस वार्ता भी बुलाई गई। इस मौके पर डॉक्टर निर्मल श्रीवास्तव, डॉक्टर अशोक कुमार सिंह, डॉक्टर डीपी राय, डॉक्टर रेहाना, डॉ जावेद, डॉक्टर अभिषेक सिंह, डॉक्टर फुरकान अहमद आदि लोग उपस्थित रहे।
इस मामले में जब मयंक गुप्ता से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया की मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार है। डॉक्टर साहब ने मेरी बाप दादा की पुश्तैनी जमीन को फर्जी ढंग से बैनामा करा लिया और अस्पताल बनवाने का काम शुरू कर रहे थे। मुझे जानकारी हुई तो मैं कोर्ट से स्टे आर्डर लाया और प्रशासन के द्वारा काम रुकवा दिया आज भी उस हाते में मेरी एक गाय बंधी है। परिसर में एक हनुमान जी का मंदिर भी है। वह पूरी जमीन व मकान मेरे कब्जे में है। कोर्ट जो भी न्यायोचित फैसला करेगी वह मुझे मान्य है। आईये सुनते हैं इस मामले में संगठन के पदाधिकारी डॉक्टर डीपी राय और विपक्षी मयंक गुप्ता क्या कुछ कहते हैं.