Azamgarh news:एक ओर छुट्टा पशुओं का आतंक, दूसरी ओर सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, फसलें चौपट और योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट
आजमगढ़। इस समय छुट्टा पशुओं की समस्या ने गांव से लेकर बाजारों तक आम जनता का जीना दुश्वार कर दिया है। खेतों में घुसकर ये पशु किसानों की मेहनत से उगाई गई फसलों को चौपट कर रहे हैं, वहीं बाजारों, चौराहों और तिराहों पर खड़े होकर आए दिन दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहे हैं। बावजूद इसके संबंधित विभाग कोई ठोस कदम उठाने से बच रहा है, जिससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।जानकारी के मुताबिक, ब्लॉक मोहम्मदपुर क्षेत्र के आजमगढ़-जौनपुर मार्ग पर रानीपुर रजमो, गंभीरपुर और आजमगढ़–वाराणसी मार्ग पर मोहम्मदपुर, बिंद्रा बाजार, गोसाई की बाजार समेत अन्य स्थानों पर छुट्टा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। नतीजतन, किसान जहां आर्थिक नुकसान से त्रस्त हैं, वहीं राहगीरों की जान भी खतरे में पड़ी रहती है।ग्रामीणो-देवराज यादव, हिमांशु यादव, किशन गुप्ता, अमित गुप्ता, हेमंत मोदनवाल समेत अन्य लोगों ने संबंधित विभाग का ध्यान आकर्षित करते हुए जल्द से जल्द समाधान की मांग की है। इस बाबत पशु चिकित्सा अधिकारी मोहम्मदपुर डॉ. राहुल मिश्रा का कहना है कि समस्या के समाधान के लिए शीघ्र कार्यवाही की जाएगी।लेकिन सबसे गंभीर आरोप क्षेत्र के सचिव प्रताप नारायण सिंह पर लग रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार, सचिव विकास कार्यों की आड़ में भारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। मनरेगा मजदूरों के नाम पर बिना कार्य कराए फर्जी भुगतान करना, नगद लेन-देन और शौचालय निर्माण योजनाओं में गड़बड़ी आम बात हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि शौचालय अक्सर बंद रहते हैं और विकास कार्य सिर्फ कागजों पर ही पूरे दिखाए जाते हैं।ग्रामीणों ने मांग की है कि एक तरफ जहां छुट्टा पशुओं की समस्या से निजात दिलाई जाए, वहीं दूसरी तरफ भ्रष्टाचार में लिप्त सचिव प्रताप नारायण सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो, ताकि क्षेत्र में पारदर्शिता और विकास का माहौल बन सके।