Azamgarh news:पूर्व क्षेत्रीय संयोजक भाजपा ओमप्रकाश सिंह के भाई के निधन पर शोक संवेदना ब्यक्त करने वालों का लगा तांता
There was a rush of mourners on the death of the brother of former BJP regional convener Omprakash Singh

तहसील संवाददाता सत्येन्द्र सिंह
लालगंज/आजमगढ़:भारतीय जनता पार्टी के पूर्व क्षेत्रीय संयोजक ओम प्रकाश सिंह तिलखरा के बड़े भाई पद्माकर सिंह(85 वर्ष )का देहावसान 20 सितंबर को हो गया है।जिनका त्रयोदशाह पैतृक आवास तिलखरा में 3 अक्टूबर को सम्पन्न होगा।दलीय सीमाएं टूटीं।शोक संवेदना ब्यक्त करने वालों का लगा तांता। पद्माकर सिंह चार भाइयों में दूसरे नम्बर पर थे। बड़े भाई कमलाकर सिंह का देहावसान काफी पूर्व हो चुका है।श्री सिंह अपने पीछे पूर्व प्रधान अरुण कुमार सिंह,नीरज सिंह आदि दो पुत्रों व मनोरमा ,मंजू , सुमन ,सीमा सिंह आदि चार पुत्रियां तथा अनिकेत सिंह,एस सिंह,प्रभव सिंह,अयांश सिंह,अद्विक सिंह आदि पौत्र तथा दीपक , ऐश्वर्य सिंह, सोमेश्वर सिंह,सोनू सिंह ,विजय आदि भतीजों तथा सुधाकर सिंह, ओमप्रकाश सिंह आदि दो भाइयों से भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष चन्द्रू सरोज, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रेम नाथ सिंह, जिला प्रचारक आलोक जी,जिला उपाध्यक्ष रामनयन सिंह, पूर्व जिला उपाध्यक्ष आदित्य नारायण राय,जिला मंत्री सुनील सिंह डब्बू,दी बार एसोसिएशन लालगंज के अध्यक्ष नगेन्द्र सिंह , उमाशंकर मिश्र,दी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह खन्ना, भाजपा वरिष्ठ नेता पूर्व मंडल अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, लालगंज के मंडल अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, अशोक राय, कमलेश सिंह आदि ने कहा कि आवागमन सृष्टि का नियम है।जातस्य ही ध्रुवम् मृत्यु :,ध्रुवम् जन्म मृतस्य च। अर्थात जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु निश्चित है। इसलिए इस अनिराकरणीय विषय पर हमें शोक नहीं करना चाहिए।ब्यक्ति के जाने के बाद उसके द्वारा किए गए कार्यों की स्मृतियां ही अवशेष रहती हैं।यादों के चिराग जल जाना ही जाने वाले को सच्ची श्रद्धांजलि है। शोक संवेदना ब्यक्त करने वालों में पूर्व मण्डल अध्यक्ष राजेश सिंह,अजय जायसवाल , राम पूजन यादव, सर्वेश राय,ज्ञान सिंह,विनोद सिंह,जेपी सिंह ,अभय सिंह,आनन्द सिंह, धर्म राज सिंह,अरविंद सिंह मुन्ना, विजेन्द्र सिंह,अभिमन्यु सिंह, डा०गणेश सिंह,हनुमान विश्वकर्मा, प्रधान धन्नजय सिंह, दिनेश राम, रामाश्रय,भग्गू सिंह, परमात्मा, हवलदार, ओंकार,त्रिभुवन,अजय,दीपक आदि मुख्य थे।



