Deoria news:छोटे-छोटे कामों के लिए भी वसूली! पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार का खेल बेनकाब
Deoria: Allegation of bribery in issuing birth certificate, villager's serious accusation against panchayat assistant, SDM orders investigation
देवरिया। जिले के बरहज तहसील क्षेत्र के ग्राम देउबारी में पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है। ग्राम निवासी आनंद उपाध्याय ने गुरुवार को उपजिलाधिकारी विपिन कुमार द्विवेदी को एक पत्रक सौंपकर पंचायत सहायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।आनंद उपाध्याय का कहना है कि वे अपनी भतीजी सिद्धि पुत्री हेमंत उपाध्याय का जन्म प्रमाणपत्र बनवाने पंचायत सचिवालय गए थे। वहां मौजूद पंचायत सहायक ने प्रमाणपत्र जारी करने के नाम पर उनसे 200 रुपये की मांग की। आरोप है कि इसमें से 150 रुपये ऑनलाइन शुल्क के नाम पर और 50 रुपये नगद वसूले गए, लेकिन उसकी कोई रसीद नहीं दी गई।ग्रामीण का स्पष्ट कहना है कि जन्म प्रमाणपत्र जैसी मूलभूत सुविधा पूरी तरह निशुल्क अथवा निर्धारित सरकारी शुल्क पर उपलब्ध होनी चाहिए, लेकिन पंचायत स्तर पर खुलेआम धन उगाही की जा रही है।इस प्रकरण पर उपजिलाधिकारी विपिन कुमार द्विवेदी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) को जांच सौंपी है। उन्होंने कहा कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित पंचायत सहायक पर सख्त कार्रवाई होगी।ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सहायकों द्वारा आए दिन प्रमाणपत्रों, दाखिल-खारिज, पेंशन और अन्य योजनाओं में आम नागरिकों से जबरन पैसे वसूलने की शिकायतें मिलती रहती हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अक्सर मामले दबा दिए जाते हैं। इससे गांव के आमजन के बीच आक्रोश और बढ़ रहा है।स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि पंचायत स्तर पर व्याप्त इस तरह के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए पारदर्शी व्यवस्था बनाई जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में कोई भी कर्मचारी गरीब व अशिक्षित ग्रामीणों का शोषण न कर सके।