Azamgarh news:ताबिश की साड़ियों की धूम, आजमगढ़ के स्वदेशी मेले में उमड़ा खरीदारों का सैलाब
देश-विदेश में छाई मुबारकपुर की बनारसी साड़ियाँ, स्वदेशी मेले में ‘विवर्स हैंडलूम’ का जलवा
आजमगढ़, 09 अक्टूबर:डीएवी डिग्री कॉलेज आजमगढ़ के मैदान में चल रहे उत्तर प्रदेश ट्रेड शो स्वदेशी मेला-2025 में मुबारकपुर की गौरवशाली पहचान “विवर्स हैंडलूम विकास केंद्र सोसाइटी” का स्टॉल इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। दूसरे दिन भी इस स्टॉल पर खरीदारों और दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी रही। रंग-बिरंगी, आकर्षक डिजाइनों वाली बनारसी साड़ियां और सूट लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं।विवर्स हैंडलूम विकास केंद्र सोसाइटी के प्रोप्राइटर मोहम्मद ताबिश ने बताया कि उनकी प्राथमिकता हमेशा “गुणवत्ता और परंपरा” रही है। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि मुबारकपुर की प्रसिद्ध बनारसी साड़ियों को अपने हाथों की मेहनत और अपनी कंपनी की पहचान के साथ देश के हर कोने तक पहुंचाया जाए। शादी-विवाह के अवसरों पर हमारी साड़ियां घर-घर की शान बनें और हमारे क्षेत्र का नाम रोशन हो।”,ताबिश ने गर्वपूर्वक बताया कि उनकी तैयार की गई बनारसी साड़ियां और सूट न केवल भारत के विभिन्न राज्यों में, बल्कि न्यूजीलैंड, अमेरिका, यूरोप सहित कई देशों में निर्यात किए जाते हैं। उनकी डिज़ाइनों में परंपरा और आधुनिकता का अनोखा संगम देखने को मिलता है, जो हर वर्ग के लोगों को आकर्षित करता है।मेले में आए लोगों ने भी इस स्टॉल की भरपूर सराहना की। बनारसी साड़ियों की नफ़ासत, कपड़े की चमक, और हाथ की बारीक कारीगरी ने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मेले में महिलाओं की विशेष रूप से इस स्टॉल पर लम्बी कतारें देखी गईं।मोहम्मद ताबिश ने कहा, “आज अपने घर आजमगढ़ में स्टॉल लगाने का अवसर मिला, यह हमारे लिए गर्व का विषय है। यहाँ के लोगों का प्यार और सहयोग देखकर मन प्रसन्न है। यह हमारे लिए प्रेरणा है कि हम आगे भी अपने काम को और बेहतर बनाएं।”,स्वदेशी मेला में “विवर्स हैंडलूम” का यह स्टॉल न केवल व्यवसायिक दृष्टि से सफल रहा है, बल्कि मुबारकपुर की परंपरागत बुनकरी कला को नई ऊँचाइयाँ देने वाला साबित हो रहा है। इस स्टॉल ने आजमगढ़ की पहचान को एक बार फिर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमका दिया है।