आजमगढ़ को जीरो फेटैलिटी डिस्ट्रिक्ट बनाने की तैयारी तेज, डीजीपी के निर्देश पर शुरू हुई विशेष पहल
आजमगढ़-वाराणसी, जौनपुर, दोहड़ीघाट मार्ग सहित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना रोकथाम को नई रणनीति

आजमगढ़।उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक द्वारा जनपद आजमगढ़ को जीरो फेटैलिटी डिस्ट्रिक्ट (Zero Fatality District) के रूप में विकसित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस योजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर को न्यूनतम करना है। प्रदेश के उन 20 जनपदों में यह योजना लागू की जा रही है जहाँ दुर्घटना मृत्यु दर अपेक्षाकृत अधिक है।इसके अंतर्गत जनपद की कुल 07 प्रमुख सड़कों को क्रिटिकल कॉरिडोर के रूप में चिन्हित किया गया है, जिनमें आज़मगढ़-दोहड़ीघाट, आज़मगढ़-वाराणसी, आज़मगढ़-जौनपुर राजमार्ग तथा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे प्रमुख हैं। इन मार्गों पर प्रभावी निगरानी तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु इनसे संबंधित 15 थानों में 24 क्रिटिकल कॉरिडोर टीमों (CC Teams) का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में 01 उपनिरीक्षक तथा 04 मुख्य आरक्षी/आरक्षी नियुक्त किए गए हैं।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में आज अपर पुलिस अधीक्षक यातायात विवेक त्रिपाठी तथा यातायात निरीक्षक संजय कुमार पाल द्वारा पुलिस लाइन सभागार कक्ष में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें 24 क्रिटिकल कॉरिडोर टीम प्रभारी उपनिरीक्षकों को मोटर यान नियमावली, 2022 के अंतर्गत दुर्घटना विवेचना की प्रक्रिया पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया।



