Deoria news, शिव विवाह का प्रसंग सुन भाव विभोर हुए भक्त

Deoria today news

शिव विवाह का प्रसंग सुन भाव विभोर हुए भक्त
देवरिया।
भलुअनी, देवरिया । दुर्गा मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन कथावाचक संतदास जी महाराज ने शिव विवाह प्रसंग का रसपान कराते हुए कहा कि भगवान शिव के विवाह में अद्भुत बारात गई थी । प्रसंग के दौरान विवाह गीत पर महिलाएं और बच्चे भक्ति में सराबोर होकर आनंद के साथ झूमते हुए नाचने लगे ।
उन्होंने कहा कि भगवान राम का स्मरण हमेशा करते रहना चाहिए क्यूंकि भगवान के नाम में बहुत शक्ति होती है, जब राम नाम लिखा हुआ पत्थर तैर सकता है तो आप भी उनका नाम लेकर अपने जीवन के दुखो को पार कर सकते हैं । सनातन धर्म के लोगों को सप्ताह में कम से कम एक दिन अवश्य मंदिर में जाना चाहिए जिससे धर्म और संस्कृति की रक्षा हो । बच्चों को शिक्षा के साथ साथ धर्म और संस्कृति के बारे में भी बताइए ऐसा ना हो की आपका बच्चा सिर्फ पढ़ाई करके अंग्रेज बन जाए और अपनी धर्म और संस्कृति को ही भूल जाए । अंग्रेजों के भारत में आने से पहले साढ़े सात लाख गुरुकुल थे पर आज साढ़े सात हजार भी नही बचे हैं क्योंकि कांवेंट स्कूलों की पढ़ाई आजकल आप लोगों को भी पसंद आ रही है जिससे बच्चे पश्चिमी आधुनिकता के रंग में रंगते जा रहे हैं ।
आज सनातन धर्म को ही सिर्फ टारगेट किया जा रहा है, सनातन धर्म के लोगों को आज धर्मांतरण के जाल में फंसाया जा रहा है, हमें गर्व है की हम सभी सनातनी हैं जो पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है । हम दूसरे धर्मों का सम्मान करते हैं पर अपने धर्म का अपमान भी बर्दाश्त नहीं कर सकते, आज देश की विडंबना है की राजनीतिक लाभ के लिए कुछ सनातनी भी धर्म और देश के साथ गद्दारी करते हैं जो जयचंदों की श्रेणी में आते हैं । जो बम मारकर लोंगों की जान लेते हैं वो राक्षस की श्रेणी में आते हैं मानव वह होता है जो दूसरों के दुखों में काम आए ।
धर्म की रक्षा के साथ ही समाज और देश को समृद्ध बनाने के लिए कहा कि लोंगो को मांस और नशा को त्याग कर सनातन धर्म और देश को गौरवान्वित करना चाहिए क्यूंकि जब आप मांस और नशा का सेवन करते हैं तो इससे आपके व्यक्तित्व के साथ साथ आपका परिवार, समाज, धर्म और देश भी कलंकित होता है । उन्होंने योग प्राणायाम को अध्यात्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति प्राणायाम के माध्यम से एक मिनट सांस रोकता है उसकी आयु बारह मिनट बढ़ जाती है इसलिए योग प्राणायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं क्यूंकि यह आपको शारीरिक के साथ साथ आध्यात्मिक शक्ति भी देता है ।
भगवान राम के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु राम का चरित्र अनुकरणीय है, भगवानों में किसी और भगवान का चरित्र उनकी तरह अनुकरणीय नही है ।
इस दौरान आचार्य प्रवीण पाण्डेय, नगर पंचायत अध्यक्ष देवेश कुमार, प्रदीप चौरसिया, विनोद सिंह गुड्डू, रामप्रवेश मद्धेशिया, दिनेश गुप्त, शौर्य कुमार सिंह, सन्तोष मद्धेशिया वैश्य, विजय वर्मा, छोटू मद्धेशिया, पप्पू वर्मा, सुभाष सिंह, बलराम वर्मा, मुरली मद्धेशिया, रंजीत मद्धेशिया, दुर्गावती देवी, सरिता देवी, संध्या देवी एवं पुष्पा देवी सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button