आठनेर में विश्व जल दिवस पर कार्यशाला का आयोजन वैज्ञानिक प्रोफेसर प्रकाश खातस्कर ने प्रथ्वी पर जल की मात्रा बताई

ग्राम सातनेर से अर्पण चिठौर की खास रिपोर्ट ,
शासकीय महाविद्यालय आठनेर में 23 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया गया। विश्व जल दिवस 24 की थीम शांति हेतू जल के तारतम्य में कैसे जल की एक-एक बूँद को सहेजकर आने वाले कल के लिए बचाना एवं दिनोदिन जल की बर्बादी को अपने-अपने छोटे-छोटे प्रयासों के माध्यम से संरक्षित कैसे किया जाता है। महाविद्यालय में विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. प्रकाष खातरकर द्वारा उद्बोधन में पृथ्वी पर जल की मात्रा एवं कुछ जल से जुडे तथ्यों के बारे में चर्चा की गई। इसके पष्चात् पॉवर-पाइंट प्रजेन्टेषन के माध्यम से डॉ. गजानंद ठाकरे ने दैनिक जीवन मे प्रतिदिन जल की आवश्यक मात्रा एवं शरीर मुख्य अंगों के लिए आवष्यक प्रतिशत मात्रा, जल संरक्षण हेतू छात्रों के बीच में चर्चा की। महाविद्यालय के प्राचार्य विश्व जल दिवस पर जल से ही मानव जीवन की उत्पत्ति पर व्यापक दृष्टिकोण एवम महत्व बताया। और उन्होने बताया कि स्वस्थ पर्यावरण के लिए जल को संहेजना अनिवार्य है। डॉ. सरोज पाटिल ने छात्र/छात्राओं को सूखी होली मनाने की अपील की। श्री प्रमोद गायकवाड द्वारा मंच संचालन करते हुए इस विश्व जल दिवस की शुरूआत एवं इसकी आवष्यकता के बारे में बताया। आभार प्रर्दशन करते हुए डॉ. विनोद कुमार चौरसे ने छात्र-छात्राओं के सामने जल के संरक्षण की मुहिम का लक्ष्य रखा एवम वैज्ञानिक तथ्य बताए, साथ ही संरक्षण के तरीकों के बारे में बताया इस कार्यक्रम का आयोजन विज्ञान विभाग द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालयीन स्टॉफ और छात्र/छात्रायें उपस्थित थे।



