गाज़ीपुर:Nh124डी में किसानों के प्रति हुआ बड़ा खेल जताया विरोध : सर्वें और भौतिक सत्यापन में गड़बड़ झाला, जमीन अधिग्रहण में कौड़ियों के भाव

रिपोर्ट:सुरेश चद पांडे
जखनिया/गाज़ीपुर। दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के अमारी और कंचनपुर गांव के किसानों के लिए एन एच 124डी किसानों की भविष्य के लिए अभिशाप बन गई है। किसानों की पुश्तैनी भूमि पर खेती करके जीविकोपार्जन चलाते थे। उस खेत को अधिक ग्रहण के दौरान उचित मुआवजा नहीं मिला और ना ही सही ढंग से सर्वें और भौतिक सत्यापन किया गया। जिससे किसान काफी परेशान है।और आज सुबह साढ़े दस बजे साकेंतिक विरोध जताया।
कंचनपुर के किसानों ने सांकेतिक जताया विरोध
कंचनपुर गांव के ज़खनिया अमारी मार्ग पर दर्जनों किसानों का भूमि अमारी ग्राम सभा में स्थित है। जिसमें किसानों कहना कि पर में भौतिक सत्यापन के बाद उनकी भूमि नहीं पड़ रही थी लेकिन खेतों में पत्थर गड़ा तो उनके भूमि में लगा दी गई। जो कि किसानों का अब तक मुआवजा भी नहीं मिला है।सुदामी देवी गाटा संख्या 192 का भौतिक सत्यापन रोड के बीच से 11 मीटर दोनों तरफ से लिया गया था तब मकान 2 मीटर छूट रही थी लेकिन पत्थर लगाने के बाद मकान 2 मीटर अंदर चली गई। नरेंद्र राम, प्रेम, राजेश, नौरंगी 199 गाटा संख्या की भूमि में भी पत्थर तो लगा दिया गया लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला।
रामबली राम का 200 गाटा संख्या साढ़े पांच विस्वा भूमि जबकि गाटा संख्या 227, 228, 190,194,167, 168, 195,166,167, 168, 128,186,192 के किसानों के लिए भूमि अधिग्रहण करने का पत्थर तो लगा दिया लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला। कंचनपुर गांव के रामबली राम ने कहा कि गाटा संख्या 66 का दो विश्वा भूमि अधिग्रहण किया जिसका मुआवजा 292000 दो लाख बानबे हजार ही मिला। जेपी राम ने कहा कि किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है भौतिक सत्यापन और सर्वे का रिपोर्ट पूरी तरह से मानक के अनुरूप नहीं बनाई गई। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हो रही है। विजेंद्र कुमार ने कहा कि सैदपुर से मरदह एन एच 124डी का जो सर्वे हुआ है कहीं ना कहीं लोगों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अख्तियार किया गया है। इस सड़क पर कई ऐसे बड़े विद्यालय है जिनकी गेट के पास सड़क का सर्वे किया गया है।जो मानक के खिलाफ है।पीड़ित मनोज राम ने बताया कि 19 मार्च को गाजीपुर सी आर ओ को आपत्ति पत्र देकर न्याय की मांग किया गया लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुआ।पीड़ित रामबली राम ने कहा कि उच्च अधिकारियों को आवेदन दिया गया लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे कई किसानों ने उच्च अधिकारियों को आवेदन देकर सही सर्वे और भौतिक सत्यापन करने की मांग किया साथ ही मुआवजा उचित दर पर देने की मांग की।विरोध जताने वालों में किसान त्रिभुवन राम, जे पी राम मनोज कुमार, विजेंद्र कुमार, अनिल कुमार,जयप्रकाश राम, सुदामी देवी, नरेंद्र,राजेश राम, उर्मिला देवी, शीला देवी,याजवेंद्र, विजेंद्र, मनोज राम, अनिल कुमार,रामबली राम,रूपचंद राम,रामस्वरूप राम सहित अन्य किसान भी मौजूद रहे।



