रोचक होगा सलेमपुर लोकसभा का चुनाव। स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज
रिपोर्ट अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी
बलिया शंकराचार्य परिषद अध्यक्ष, शाम्भवी पीठाधीश्वर एवं काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप महाराज लोक सभा चुनाव में सलेमपुर से हाथी के साथी बनने का अनुमान लगाया जा रहा है सलेमपुर लोक सभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए स्वामी आनंद स्वरूप महाराज पिछले एक वर्ष से लगातार जनसंपर्क अभियान के माध्यम से जनता के बीच उनके सुख दुःख का सहभागी बनने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि भाजपा लोक सभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाएगी,लेकिन भाजपा ने अपने वर्तमान सांसद रविन्द्र कुशवाहा को चुनाव मैदान में उतार दिया। सांसद रविन्द्र कुशवाहा को टिकट मिलने के बाद बागी बलिया कि माटी में जन्मे पले बढ़े स्वामी जी ने बगावत का बिगुल फूंक दिया। संभावना है कि चुनाव मैदान में वह बसपा से भाजपा के सांसद रविन्द्र कुशवाहा और सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व सांसद रमाशंकर विद्यार्थी को टक्कर दे सकते हैं। स्वामी समर्थकों ने सोशल साइट्स पर “जय भीम- जय परशुराम” का नारा लगाना शुरु कर दिया है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। हांलाकि स्वामी जी स्पष्ट तो कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन उनके चेहरे पर आने वाली मंद मंद मुस्कान यह बता रही है कि वह कुछ ना कुछ खिचड़ी अवश्य पका रहे हैं। वह इतना जरूर कह रहे हैं कि निर्दल नहीं लेकिन चुनाव लड़ना सुनिश्चित है। भाजपा और सपा- कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद सबकी निगाहें बसपा की तरफ लगी है कि वह किसे चुनाव मैदान में उतार रही है।वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सांसद रविन्द्र कुशवाहा दूसरी बार एक, लाख से अधिक मतों से बसपा-सपा गठबंधन प्रत्याशी आर एस कुशवाहा को पराजित किया। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रविन्द्र कुशवाहा अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा प्रत्याशी पूर्व प्रधानमंत्री स्व० चंद्रशेखर जी के एमएलसी भतीजा रविशंकर सिंह पप्पू को शिकस्त देकर पहली बार सांसद बने। वर्ष 2024 के चुनाव में रविन्द्र कुशवाहा एक बार पुनः भाजपा से प्रत्याशी हैं, और जीत की हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी रणभूमि में जमें हैं। सांसद रविन्द्र कुशवाहा को कड़ी टक्कर देने के लिए सपा – कांग्रेस गठबंधन ने बहुत सोच समझकर जातिगत समीकरण को साधते हुए पूर्व सांसद रमाशंकर विद्यार्थी को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने अभी अपना पत्ता नहीं खोला है।जनता की निगाहें बसपा पर टिकी हुई है कि आखिर वह किसे प्रत्याशी बनाएगी। बहरहाल सलेमपुर का लोक सभा चुनाव बेहद रोचक और दिलचस्प होगा।